उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर में परेड चौराह जो आज़ाद भारत में गुलामी की पहचान है , जो ब्रिटिश सरकार की पहचान के रूप में स्थापित है , इस को हटाने के लिए क्रांतिकारी संगठन आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन के बैनर तले राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी ने 14 मार्च सन् 2016 को ज्ञापन देकर सरदार भगत सिंघ जी के नाम पर चौराह रखने व प्रतिमा स्थापित करने की मांग की थी , उसके उपरांत श्री बेदी ने नगरे दर्जनों स्थानों पर हस्ताक्षर अभियान चलाया
,प्रस्तावित संख्या 61 आधार पर दिनांक 10/7/2018 में शहीद के साथ एक खिलवाड़ की कानपुर के एक सिख कद्दावर नेता के साथ मिलकर नगर निगम कानपुर महापौर और अधिकारियों की सोची समझी साजिश के तहत सरदार भगत सिंघ जी के नाम पर , झूठी खबर प्रस्ताव पारित की न्यूज अखबारों में सिख नेता और कानपुर महापौर के साथ प्रकाशित हुई और उन्ही लोगों की उपस्थिति में चौक पर दो बोर्ड लगा कर नगर आयुक्त और महापौर ने बिना पारित शिलान्यास कर दिया और संगठन का नाम छिपाया गया जिस पर संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी श्री देवेन्द्र
कुमार ने आरटीआई लगा कर सूचना मांगी तो सच्चाई सामने आयी तो पता चला प्रस्ताव पारित नहीं हुआ लंबित है कार्यकारणी में , संगठन व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बेदी द्वारा उठाई गई मांग सामने आई , यह एक शर्मसार प्रकरण है जो महान क्रांतिकारी सरदार भगत सिंघ जी के साथ किया , श्री बेदी ने पुनः कानपुर महापौर और नगर आयुक्त को पत्र भेज कर मांग की है कि कानपुर नगर निगम कार्यकारणी समिति की होने वाली बैठक में सरदार भगत सिंघ जी के नाम पर प्रस्ताव पारित कर ,एक भव्यप्रतिमा स्थापित की जाए और सरकारी दस्तावेज एवम् पत्राचारों में सरदार भगत सिंघ चौक के नाम से अंकित किया जाएं
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