शामली-23.06.2020, बंगाल की धरती ने कितने ही क्रान्तिकारियों को जन्म दिया है, उनमें से एक महान क्रान्तिकारी डॉ0 श्यामा प्रसाद मख्ुर्जी थे । भारत माता के इस वीर पुत्र का जन्म 06 जुलाई 1901 को एक प्रतिठित परिवार में हुआ था। इनके पिता श्री आशुतो मुखर्जी बंगाल में एक शिक्षाविद् और बुद्धिजीवी के रूप में प्रसिद्ध थे। कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक होने के पश्चात डॉ मुखर्जी 1923 में सेनेट के सदस्य बने तथा अपने पिता की मृत्यु के पश्चात उन्होने कलकत्ता उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में नामांकन कराया और मात्र 33 र्वा की आयु में ही डॉ0 मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्त हुए और विश्व के सबसे युवा कुलपति होने का
सम्मान प्राप्त किया। डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के लिए सिर्फ राट्र सर्वोपरि था इसीलिए उन्होंने सत्ता का त्याग कर देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान के विरूद्ध डॉ0 मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राट्रवादी आंदोलन छेड़ा था। भारत के पुर्ननिर्माण के उद्देश्य से डॉ0 मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की। ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर आज उनके चरणों में कोटि-कोटि वन्दन करते है। उक्त उद्गार सेन्ट आर. सी. कान्वेंट स्कूल शामली में भारतीय जनता पार्टी नगर मण्डल शामली द्वारा आयोजित भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राट्रवादी एवं महान शिक्षाविद् डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की 67वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व निवर्तमान चेयरमैन नगर पालिका शामली श्री अरविन्द संगल जी ने व्यक्त किये।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी की नगर अध्यक्ष श्रीमती मीनू संगल व अरविन्द संगल ने संयुक्त रूप से डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर, माल्यर्पण किया। श्रीमती मीनू संगल ने कहां कि डॉ0 मुखर्जी ने देश हित के लिए बडे बलिदान दिये है। आज यदि हम जम्मू कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते है और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है तो उसके पीछे डॉ0 मुखर्जी का ही बलिदान है। भारतीय संस्कृति के नक्षत्र, अखिल भारतीय जनसंघ के संस्थापक व राजनीति व शिक्षा के क्षेत्र में सुविख्यात, राट्रवादी नेता, देश की सम्प्रभुता व अखण्डता के लिए सर्वस्व समर्पित कर देने वाले परमपूज्नीय डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि पर अपनी व भारतीय जनता पार्टी नगर मण्डल शामली के प्रत्येक पदाधिकारी व सदस्य की ओर से भावपूर्ण श्रृद्धांजलि अर्पित करती हॅू। देश उनके बलिदान के लिए हमेशा कृतज्ञ रहेगा।
कार्यक्रम का संचालन नगर महामंत्री योगेन्द्र निर्वाल द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम नगर के सभी बूथों पर मनाया जा रहा है। इस अवसर पर नगर उपाध्यक्ष प्रमोद नामदेव, सती धीमान, संजीव लौहान व श्रीमती भावना सैनी, नगर मंत्री मनोज रूहेला, सन्नी शर्मा व श्रीमती गीता वालिया, नगर कोाध्यक्ष संजय बंसल, मीडिया प्रभारी अमित उपाध्याय, युवा नगर अध्यक्ष मनी भटनागर, जिला कोाध्यक्ष सुखचैन वालिया, सन्दीप नामदेव, डॉ0 सुनील सैनी, निशा शर्मा, सुरक्षा, आशा सेठ आदि उपस्थित रहे।
(अमित उपाध्याय)
नगर मीडिया प्रभारी, भा.ज.पा. शामली।
सम्मान प्राप्त किया। डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के लिए सिर्फ राट्र सर्वोपरि था इसीलिए उन्होंने सत्ता का त्याग कर देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान के विरूद्ध डॉ0 मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राट्रवादी आंदोलन छेड़ा था। भारत के पुर्ननिर्माण के उद्देश्य से डॉ0 मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की। ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर आज उनके चरणों में कोटि-कोटि वन्दन करते है। उक्त उद्गार सेन्ट आर. सी. कान्वेंट स्कूल शामली में भारतीय जनता पार्टी नगर मण्डल शामली द्वारा आयोजित भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रखर राट्रवादी एवं महान शिक्षाविद् डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की 67वीं पुण्यतिथि कार्यक्रम के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व निवर्तमान चेयरमैन नगर पालिका शामली श्री अरविन्द संगल जी ने व्यक्त किये।
कार्यक्रम का संचालन नगर महामंत्री योगेन्द्र निर्वाल द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम नगर के सभी बूथों पर मनाया जा रहा है। इस अवसर पर नगर उपाध्यक्ष प्रमोद नामदेव, सती धीमान, संजीव लौहान व श्रीमती भावना सैनी, नगर मंत्री मनोज रूहेला, सन्नी शर्मा व श्रीमती गीता वालिया, नगर कोाध्यक्ष संजय बंसल, मीडिया प्रभारी अमित उपाध्याय, युवा नगर अध्यक्ष मनी भटनागर, जिला कोाध्यक्ष सुखचैन वालिया, सन्दीप नामदेव, डॉ0 सुनील सैनी, निशा शर्मा, सुरक्षा, आशा सेठ आदि उपस्थित रहे।
(अमित उपाध्याय)
नगर मीडिया प्रभारी, भा.ज.पा. शामली।
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