देश में कोरोना वायरस के कहर को रोकने के लिए सरकारी अमला जीजान से जुटा हुआ है. इसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
किसी सेनापति की तरह मोर्चे पर डटे हुए हैं. उनका हर एक मिनट कोरोना के खिलाफ इस जंग में नई रणनीति बनाने और उस पर
अमल करने में बीत रहा है. कोरोना के इसी चक्रव्यूह को तोड़ने के
लिए ही केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन भी लगाया, वो भी 21 दिनों के लिए, जो 14 अप्रैल को पूरे हो रहे हैं.
अब खबर है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी टीम को निर्देश दे दिए हैं कि लॉकडाउन 15 अप्रैल को खत्म हो जाएगा.
अधिकारी इस बात को आश्वस्त करें कि कहीं पर भी भीड़ इकट्ठा न
हो. जी, मतलब . कि यूपी सरकार इस लॉकडाउन को समाप्त करने का विचार बना रही है, लेकिन कुछ शर्तो के साथ
*कम संक्रमण वाले जिलों से शुरुआत*
सरकार पहले उन जिलों से लॉकडाउन हटाएगी, जहाँ कोरोना वायरस संक्रमण अपेक्षा काफी कम है. इसमे भी वायरस संक्रमण वाले हॉट
स्पॉट चिन्हित किए जा रहे हैं. तब्लीगी जमात के संक्रिमत लोग कई जिलों में पहुँच चुके हैं और कोरोना वैरियर बन हुए हैं. ऐसे लोगो के
कारण खास जिलों या उनके खास इलाको में जांच पूरी होने तक बंदिश रहेगी.
*फंसे लोगों को मिलेगी तरजीह*
लॉकडाउन जब खुलेगा तब पहले उन लोगों को आने जाने में तवज्जों दी जाएगी, जो कई दिनों से इधर उधर फंसे हुए हैं. और घर नहीं जा
पा रहे हैं. इसके लिए सीमित दायरे में परिवहन सेवा शुरू होगी.
*मंडियां खुलेंगी, मॉल रहेंगे बंद*
बाजार व मंडियों को खोला जाएगा जबकि माल व मल्टीपलेक्स को इस दायरे से बाहर रखने की योजना बन रही है. मुख्यमंत्री का कहना
है कि डीएम-एसपी लॉक डाउन हटाने के बाद के हालात का
आकलन अभी कर लें, जिससे बाद में सामनेआने वाली मुश्किलों से निपटा जा सके.
**रखा जाएगा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान*
लॉकडाउन हटने के बाद हालात बहुत कठिन हो सकते है. लोग अपने मित्रो, रिश्तेदारों से मिलने की पूरी कोशिश करेंगे ऐसे में हालत ख़राब
होने की सम्भावना है. इन हालातो में सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल
करना चुनौतीपूर्ण होगा. इसीलिए सरकार ऐसी योजना बना रही है जिससे लॉकडाउन खुलने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन हो सके.
**फेसमास्क लगाना होगा जरूरी*
लॉकडाउन खत्म होने के बाद, घर से निकलने के दौरान, फेस पर मास्क लगाना जरूरी होगा. इसके लिए प्रदेश सरकार ने 66 करोड़
फेसमास्क का आर्डर दिया है. ये फेसमास्क जनता को मुफ्त में बांटे
जायेंगे. इनको खादी से बनाया जाएगा जिसका मतलब ये कि इनको धो कर वापस काम में लिया जा सकता है
No comments:
Post a Comment