आज दिनांक 4 मार्च 2020 को मुजफ्फरपुर में विभाजनकारी सीएए , एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी ) के आह्वान पर अखिल भारतीय प्रतिवाद दिवस मनाया गया

मुज़फ़्फ़रपुर बिहार।

 इस अवसर पर मोतीझील स्थित एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) जिला कार्यालय से जुलूस निकालकर कल्याणी चौक पर सभा किया गया।


          सभा को संबोधित करने हुए एआईयूटीयूसी के मुजफ्फरपुर जिला सचिव मोहम्मद इदरीश ने कहा कि देश में बेरोजगारी, महंगाई चरम पर है। कल कारखानों में छंटनी, तालाबंदी चल रही है।

 शिक्षा और स्वास्थ्य के बदतर हालात हैं। देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। वर्तमान की भाजपा नीत केंद्र सरकार ने जो जनता से वादे किए थे वह वादे पूरे करने में नाकाम साबित हुई।

मालिक वर्ग के हित में नीतियां बना रही है। सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में सौंप रही है।

इसके खिलाफ मजदूरों कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। यह आक्रोश संगठित आंदोलन का रूप ना ले ले इसीलिए ध्यान भटकाने के लिए धर्म के नाम पर विभाजनकारी कानून सीएए, एनआरसी और एनपीआर लाई है।

 इसलिए एआइयूटीयूसी ने देशभर में इसके खिलाफ मजदूरों-कर्मचारियों को संगठित होकर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करने की अपील की है।

           सभा को संबोधित करने वालों में जिला कमिटी सदस्य बैद्यनाथ पंडित, कुमोद साहनी,विजय राम, देवेंद्र मांझी, रंजीता देवी, काशीनाथ सहनी आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
           
     मुज़फ़्फ़रपुर बिहार से उमाशंकर गिरी की रिपोर्ट।

No comments:

Post a Comment