जमीनी चकबंदी प्रक्रिया के चलते किसान द्वारा अपनी जमीन की पैमाइश कराकर कब्जा मुक्त कराने हेतु मांगी गयी इच्छा मृत्यु पर जिला प्रशासन द्वारा किसान की समस्या का शीघ्र समाधान कराने के आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसके चलते
शिकायती पत्र लेकर पहुंचे तहसील क्षेत्र के बरनावा निवासी आलोक कुमार त्यागी ने बताया कि पिछले कई वर्ष से जमीनी चकबंदी प्रक्रिया चली हुई है उसकी लगभग डेढ़ बीघा जमीन पर अन्य लोगों ने
कब्जा कर रखा है पीड़ित ने बताया कि उसने कई बार शिकायत करते हुए जमीन की पैमाइश कराकर जमीन को कब्जा मुक्त कराने की मांग की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि पूरा मामला
न्यायालय में विचाराधीन है किसान ने बताया कि कोई कार्रवाई न होने पर उसने 25 जुलाई को इच्छा मृत्यु की मांग करते हुए एक पत्र सौंपा था लेकिन जिला प्रशासन की ओर से उसे उसकी समस्या का शीघ्र
समाधान कराने का आश्वासन दिया गया लेकिन आज तक न तो उसकी जमीन की पैमाइश कराई गई और न ही उसकी जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया पीड़ित ने बताया कि गांव के ही कुछ दबंग
लोग उसकी शेष जमीन पर भी कब्जा करने की धमकी दे रहे हैं पीड़ित ने अपनी जान माल की सुरक्षा हेतु गुहार लगाते हुए उपजिलाधिकारी से शीघ्र कार्रवाई की मांग की ।
बाइट:- पीड़ित किसान
समझो भारत न्यूज़ से मो इमरान की रिपोर्ट
किसान द्वारा दोबारा शिकायती पत्र देकर समस्या का समाधान कराने की मांग की----------
दरअसल मामला बड़ौत उप जिलाधिकारी कार्यालय का है जहां आजशिकायती पत्र लेकर पहुंचे तहसील क्षेत्र के बरनावा निवासी आलोक कुमार त्यागी ने बताया कि पिछले कई वर्ष से जमीनी चकबंदी प्रक्रिया चली हुई है उसकी लगभग डेढ़ बीघा जमीन पर अन्य लोगों ने
न्यायालय में विचाराधीन है किसान ने बताया कि कोई कार्रवाई न होने पर उसने 25 जुलाई को इच्छा मृत्यु की मांग करते हुए एक पत्र सौंपा था लेकिन जिला प्रशासन की ओर से उसे उसकी समस्या का शीघ्र
समाधान कराने का आश्वासन दिया गया लेकिन आज तक न तो उसकी जमीन की पैमाइश कराई गई और न ही उसकी जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया पीड़ित ने बताया कि गांव के ही कुछ दबंग
लोग उसकी शेष जमीन पर भी कब्जा करने की धमकी दे रहे हैं पीड़ित ने अपनी जान माल की सुरक्षा हेतु गुहार लगाते हुए उपजिलाधिकारी से शीघ्र कार्रवाई की मांग की ।
बाइट:- पीड़ित किसान
समझो भारत न्यूज़ से मो इमरान की रिपोर्ट
No comments:
Post a Comment