पिछले चार वर्षो से गांव मे जल भराव की समस्या का समाधान नही

 पटनी ग्राम सभा के मजरे धर्मपुरा मे पानी की निकासी को कोई नाली निर्माण नही , और न ही खाली पडी तालाब की भूमि का‌ सदुपयोग


 लेखपाल , सचिव , ग्राम प्रधान नहीं समझ रहे अपनी कोई जिम्मेदारी


 स्वच्छता अभियान को भी लग रहा पलीत



झिंझाना 10 दिसम्बर : पटनी ग्राम सभा का मजरा धर्मपुरा एक ऐसा गांव है जहाँ विकास नाम की कोई बात ही नही है । विकास तो दूर , यहा गांव की गलियों में घरों से निकलने वाले पानी के लिये न तो नाली है और न ही कोई नाला‌ , अथवा कोई तालाब भी नही है । जबकि गांव से करीब 400 मीटर दूर उत्तर दिशा मे तालाब के लिये खसरा नम्बर 211 मे .03280 रक्बा अकृषि व जल मग्न भूमि के लिये है । जिसकी जानकारी शायद प्रधान व सचिव को नही है । मगर ग्रामीण , गांव प्रधान , सचिव व लेखपाल की लापरवाही के चलते नारकीय जीवन जीने को मजबूर है ।

ऐसा नही है कि ग्रामीणों ने अब तक किसी अधिकारी को ये जानकारी नही दी । उन्होने प्रधान से डीएम स्तर तक सभी को कई कई बार इस समस्या से अवगत कराया है । ग्रामीणों की बात पर विश्वास करे तो प्रधान व सचिव कार्ययोजना मे शामिल करने की बात कहकर लटका रहे है ।‌ आज ऊन मे आयोजित समाधान दिवस मे इस समस्या को रखने एवं एसडीएम के आश्वासन के बाद अब इस समस से निजात की उम्मीद ग्रामीणों को जगी है ।‌ इस समस्या से ग्राम  वासियों के अलावा स्कूली बच्चे व अन्य राहगीर बुरी तरह प्रभावित है । महिलाओं समेत इस समस्या से कई अन्य चोटिल भी हुए है ।

             मिली जानकारी के अनुसार ऊन विकास खंड के ग्राम सभा पटनी के मजरे मे पुरबियों का डेरा धर्मपुरा आता है । जहां पूरा गांव व स्कूल जलभराव की चपेट मे है । गलियों मे कीचड व गन्दगी का सामाज्रय बना हुआ है । यह समस्या आज की नही साल दो साल की नही , पूरे चार साल की है यानि के वर्तमान ग्राम प्रधान के समय की है । जबकि कुछ समय के लिए दुसरा प्रधान भी रह कर गया है , सचिव भी दूसरा है । ग्रामीणों की शिकायत पर सचिव इतना कहते है कि आपका ये कार्य ग्राम सभा की कार्य योजना मे शामिल किया हुआ है ।‌ मगर इस जलभराव की समस्या से जूझते - जूझते ग्रामीणों को 4 वर्ष बीत चुके है जो अपने आप मे एक बहुत बडा सवाल है । इससे ऐसा लगता है कि ग्राम प्रधान , सचिव व लेखपाल आदि क्या कर रहे है । इस समबन्ध मे सचिव अर्पण मलिक को फोन सम्पर्क किया तो फोन रिसीव नही किया ।
               गांव की महिला अमरावती , कलावती , शांति , राजवन्ती , धनवती , राकेश कुमार , राजू आदि इस जल भराव के कारण चोटिल हो चुके हैं । गांव की गलियों में जगह-जगह जलभराव होने से छात्र छात्राएं गांव के ही प्राथमिक व उच्चतर माध्यमिक स्कूल में नही जा पाते क्योंकि वहा से निकलने मे बच्चे ही क्या मास्टर भी परेशान है , राहगीरो का आना - जाना भी दुष्वार हो रहा है । इस रास्ते से निकलकर झिंझाना के इन्टर कालेज मे जाने वाले बच्चें भी परेशान है । पानी की निकासी न होने के कारण स्कूल की दो साइडों की दीवारो की नीवों मे जलभराव बना खडा है ।‌ मक्खी , मच्छरों से संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बना‌ हुआ है। देश - प्रदेश मे समय समय पर चलाये जाने वाले स्वच्छता अभियान को भी पलीता लगाने मे कोई कोर कसर नही छोडी जा रही है ।
     
         करीब एक माह से धर्मपुरा गांव मे जलभराव की समस्या सामने आयी हुई है । जिसके लिए सचिव को इस समस्या से निपटने को निर्देश दिये हुए है ‌। नाला निर्माण मे जगह पर अवैध कब्जे को लेकर कुछ अवरोध था जल्द ही उसे दूर करके गांव मे नाली , नाला निर्माण शुरू कर दिया जायेगा । और जगह का चयन करके तालाब भी बनवाया जायेगा ।
   
                     मुकेश कुमार
                खंड विकास अधिकारी
                      ऊन ( शामली )

 
    गांव धर्मपुरा मे जलभराव का मामला मेरे संज्ञान मे है । इसके निस्तारण के लिए दो टीमें बनाई हुई है । परन्तु गाँव मे कोई जलाशय न होने से थोडी परेशानी है । अभी - अभी जलाशय का पता चल गया है जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जायेगा ।‌
                 
                            गौरव सिंह सोगरवाल
                    एसडीएम - ऊन ( शामली )

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