पैदायशी इंजीनियर मुल्तानी समाज ने आज एक और कोहिनूर हीरा हमेशा हमेशा के लिये खो दिया ईमानदार,मेहनती और काम के प्रति लगनशील इंसान ज़नाब मो0 यामीन साहब आज हमारे बीच नही रहे








 ज़नाब नसीम अहमद (मंझला पुत्र) 




पैदायशी इंजीनियर मुल्तानी समाज ने आज एक और कोहिनूर हीरा हमेशा हमेशा के लिये खो दिया   ईमानदार,मेहनती और काम के प्रति लगनशील इंसान ज़नाब मो0 यामीन साहब आज हमारे बीच नही रहे


हम बात कर रहे है  मुज़फ्फरनगर शहर के नामचीन रहे ज़नाब मोहम्मद यामीन साहब की जी हां चरथावल कस्बे में मरहूम ज़नाब नूरबख़्स साहब के घर में जन्मे उनके इकलौते पुत्र मोहम्मद यामीन साहब बचपन से ही बहुत ईमानदार अपने कार्यो के प्रति मेहनती और लगनशील रहे। छोटी सी ही उम्र में इन्होंने अपने कस्बे चरथावल से प्रतिदिन मुज़फ्फरनगर शहर जाकर कृषि यंत्र बनाने सीखने का काम शुरू कर दिया था। और अपनी मेहतन और लगन से मुज़फ्फरनगर शहर में डीलक्स मेकेनिकल वर्क्स के नाम से अपना एक बहुत बड़ा कारखाना रुड़की रोड पर स्थापित किया और इसी कारखाने से इन्होंने कृषि यंत्र और फिर कोल्हू , क्रेशर आदि का निर्माण कार्य करना प्रारम्भ कर दिया
बड़े बुजर्गों की दुवाओं और यामीन साहब की मेहनत और लगन व सच्ची ईमानदारी के चलते इनकी ख्याति दूर दूर तक फैल गयी और धीरे धीरे इनका नाम कई प्रदेशों में गूँजने लगा 1970-80 के दशक में इनका बिज़नेस इनके बलबूते आसमान की बुलंदियों को छूने लगा। इसलिये इनकी नजदीकियां बड़े बड़े उधोगपतियों, व राजनेतिक, और समाजसेवियों से बढ़ने लगी काम और नाम की चर्चा और बिरादरी में अपनी एक अलग पहचान होने का जरा भी गरूर व घमंड जनाब यामीन साहब की आदतों में कभी इनके पास को भी नही आया बड़ी सादगी से अपना और अपने 3 लड़के और 3 लड़कियों का पालन पोषण किया और उन्हें भी हमेशा ईमानदारी और सादगी का पाठ ही पढ़ाया

          महीनों से गंभीर बीमारी से पीड़ित जनाब मो0 यामीन साहब की  कल दिनाँक 18/10/2019 को अचानक तबियत खराब हो जाने पर उनको शहर के मशहूर एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। लेकिन उनकी हालत पल पल बिगड़ती चली गयी और वो आज दिनांक 19/10/2019 को हम सबको अलविदा कह गए।
जनाब अपने पीछे 3 बेटे क्रमश शमीम अहमद,नसीम अहमद,शकील अहमद व 3 बेटिया क्रमशः समर जहाँ (इरशाद अहमद ) मुसर्रत जहाँ ( नफीस अहमद ) रेशमा ज़मीर ( ज़मीर आलम ) सहित पोते,पोतियों को रोता बिलखता छोड़कर हमेशा हमेशा के लिये इस दुनिया से रुखसत हो गए है। जनाब मो0 यामीन साहब ( मय्यत) को आज जोहर की नमाज़ के फौरन बाद सुपुर्द -ऐ-खाक किया जाएगा ।
     यामीन साहब डीलक्स वालो के नाम से मशहूर रहे इनके इंतेक़ाल की खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी जिसने भी सुना सुनते ही हक्का बक्का रह गया। और इनके घर की और दौड़ पड़ा। आज " मुल्तानी समाज " ने एक ऐसे कोहिनूर हीरा खो दिया जिसकी भरपाई कर पाना बहुत ही मुश्किल है।







शमीम अहमद (ज्येष्ठ पुत्र )




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