शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में भूमाफियाओं के हौसले अब किसी से छुपे नहीं हैं। नियम-कायदों को ताक पर रखकर ये लोग लगातार अवैध कब्जे कर कॉलोनियों का निर्माण कर रहे हैं, और आम किसान की मेहनत पर सीधे असर डाल रहे हैं।
बधेव कन्नूखेड़ा के किसान अंकित देशवाल ने बताया कि उनके खेत (खसरा नंबर 715) में सिंचाई के लिए सरकारी नाली की व्यवस्था थी। लेकिन कुछ भूमाफियाओं ने नाली को तोड़कर उस जमीन पर कब्जा कर लिया और वहाँ कॉलोनी विकसित कर दी। उनकी चिंता यह है कि कॉलोनी के निर्माण के बाद प्लाट काटकर उन्हें बिक्री के लिए डाल दिया गया है, और अब उनकी फसल सिंचाई के लिए तरस रही है। किसान अंकित का कहना है कि जब उन्होंने इस कब्जे का विरोध किया तो विपक्षी ने उनके खिलाफ झूठा केस दर्ज करवाने की धमकी दी। उन्होंने डीएम शामली से अपील की कि सरकारी नाली को कब्जा मुक्त कराते हुए किसानों के लिए उचित सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनकी शिकायत झूठी पाई गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए, अन्यथा भूमाफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। यह मामला दर्शाता है कि कैसे अवैध कब्जे और भू-माफियाओं की बढ़ती हिम्मत छोटे किसानों की ज़िंदगी और उनकी खेती पर सीधा असर डाल रही है। इसे नजरअंदाज करना केवल किसानों के हक की अनदेखी नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास के लिए खतरा भी बन सकता है।समझो भारत की विशेष रिपोर्ट: शामली, उत्तर प्रदेश से
ब्यूरो-चीफ: शौकिन सिद्दीकी
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