विशेष रिपोर्ट: ज़मीर आलम
“समझो भारत” राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
भारतीय सिनेमा ने आज अपना एक चमचमाता सितारा खो दिया। बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र 89 वर्ष की आयु में इस दुनिया से चले गए। उनका जाना सिर्फ एक अभिनेता का निधन नहीं, बल्कि एक युग का अंत है। वह सिर्फ पर्दे के हीरो नहीं थे—वह भारतीय दिलों की धड़कन थे, और इसी कारण आज पूरा देश शोक में डूबा हुआ है।
बीमारी से जूझते-जूझते थक गए थे ही-मैन
बीते कुछ समय से धर्मेंद्र लगातार स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ रहे थे।उन्हें कई बार सांस लेने में दिक्कत और कमजोरी की शिकायत के बाद मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की मेहनत और परिवार की दुआओं के बावजूद आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
परिवार ने उनकी शांतिपूर्ण विदाई की पुष्टि करते हुए देशवासियों से दुआ की अपील की है।
देहाती सादगी, शहरी स्टारडम — धर्मेंद्र का व्यक्तित्व अनोखा था
धर्मेंद्र ऐसे सुपरस्टार थे, जिनमें गांव की मिट्टी की खुशबू भी थी और बॉलीवुड की चमक भी।उनकी मुस्कराहट से लेकर संवाद अदायगी तक—सब कुछ दर्शकों को अपना सा लगता था।
उनकी आंखों की मासूमियत और उनके व्यक्तित्व की पुरुषत्वपूर्ण ताकत ने उन्हें “ही-मैन” की उपाधि दिलाई।
फिल्मी सफर: संघर्ष से लेकर सुपरस्टारडम तक
1960 में “दिल भी तेरा, हम भी तेरे” से शुरुआत करने वाले धर्मेंद्र ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।लगातार हिट फिल्में, दमदार भूमिकाएं और दिल जीत लेने वाला अभिनय— यही उनकी पहचान बन गया।
उनके करियर की सबसे यादगार फिल्में:
- शोले – वीरू के किरदार ने उन्हें अमर कर दिया
- मेरा गाँव मेरा देश – एक्शन हीरो की परिभाषा बनाई
- चुपके चुपके – कॉमेडी में उनकी मासूमियत आज भी क्लासिक है
- धरम वीर, राजा जानी, ड्रीम गर्ल, फूल और पत्थर – सुपरस्टारडम का प्रमाण
300 से अधिक फ़िल्में… और हर फिल्म में उनकी कोई न कोई खास छाप।
परिवार: देओल खानदान का मजबूत स्तंभ
धर्मेंद्र का परिवार बॉलीवुड का एक चर्चित फिल्मी परिवार रहा है।उनके बेटे सनी देओल और बॉबी देओल अपने-अपने दौर के सुपरस्टार रहे।
हीमा मालिनी से उनकी शादी और उनसे हुई बेटियां—ईशा देओल और अहाना देओल—आज भी सुर्खियों में रहती हैं।
धर्मेंद्र की पारिवारिक छवि उतनी ही मजबूत थी जितनी उनकी फिल्मी छवि।
देशभर से श्रद्धांजलि — सोशल मीडिया पर उमड़ा सैलाब
जैसे ही उनके निधन की खबर सामने आई, बॉलीवुड सितारों से लेकर राजनीतिक हस्तियों तक सबने दुःख जताया।सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी फिल्मों के यादगार दृश्यों को साझा किया।
अजय देवगन ने लिखा—
“एक महान कलाकार, एक महान इंसान… धर्म पाजी हमेशा दिलों में रहेंगे।”
तमाम प्रशंसकों ने एक ही बात कही —
“वीरू, तुम अमर हो।”
एक ऐसा अध्याय, जो हमेशा खुला रहेगा
धर्मेंद्र भले आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विरासत हमेशा जिंदा रहेगी।उनकी फिल्में, उनके संवाद, उनकी मुस्कान, उनका दिल—सब कुछ आज भी उतना ही ताज़ा है जितना दशकों पहले था।
वह हीरो नहीं, एक भावनात्मक जुड़ाव थे।
वह अभिनेता नहीं, एक एहसास थे।
अंत में…
धर्मेंद्र का जाना दिल तोड़ देने वाला है।उन्होंने लाखों लोगों के बचपन, जवानी और यादों को खूबसूरत बनाया।
उनकी सादगी, उनका प्रेम और उनकी गर्मजोशी—ये यादें कभी नहीं मिटेंगी।
अलविदा ही-मैन।
आपकी कमी हमेशा खलेगी।
ॐ शांति।
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