हाथी दांत तस्करी पर एसटीएफ का बड़ा प्रहार — हरिद्वार में एक तस्कर गिरफ्तार

लेखक: तसलीम अहमद, हरिद्वार (उत्तराखंड)

पुलिस विभाग को समर्पित राष्ट्रीय समाचार पत्रिका “सलाम खाकी” के लिए विशेष रिपोर्ट
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वन्यजीवों के अवैध व्यापार के खिलाफ उत्तराखंड एसटीएफ की मुहिम एक बार फिर सफल रही है। हरिद्वार के बुग्गावाला क्षेत्र से एसटीएफ ने हाथी दांत की तस्करी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई न केवल वन्यजीवों की रक्षा की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि उत्तराखंड पुलिस अब इन अमानवीय अपराधों पर पूरी तरह नकेल कसने के लिए प्रतिबद्ध है।

मिली थी दिल्ली से गुप्त सूचना

पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के निर्देश पर एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने टीमों को विशेष सतर्कता के आदेश दिए थे। इसी दौरान डब्ल्यूसीसीबी (वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो) दिल्ली से सूचना प्राप्त हुई कि हरिद्वार के बुग्गावाला क्षेत्र में हाथी दांत की अवैध तस्करी की जा रही है। सूचना को मैन्युअली विकसित करते हुए एसटीएफ टीम ने बिहारीगढ़ से हरिद्वार जाने वाले मार्ग पर बुद्धवाशहीद ग्राम के निकट घेराबंदी की।

2.4 किलो का हाथी दांत बरामद

टीम ने मौके से एक व्यक्ति को पकड़ा, जिसने अपना नाम गुलाम हसन उर्फ शमशेर पुत्र मुनीर आलम, निवासी ग्राम दौलतपुर हजरतपुर उर्फ बुधवाशहीद, थाना बुग्गावाला बताया।
उसके कब्जे से एक हाथी दांत बरामद हुआ जिसकी लंबाई लगभग 22 इंच, गोलाई 9 इंच और वजन 2.400 किलोग्राम बताया गया है।

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज

बरामद हाथी दांत को वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में शामिल किया गया है, जिसके तहत इसका शिकार या व्यापार करना गंभीर अपराध माना जाता है। एसटीएफ ने आरोपी के खिलाफ थाना बुग्गावाला में मुकदमा पंजीकृत कराया है।

एसएसपी एसटीएफ बोले — “बेजुबानों के शिकार पर नहीं बख्शेंगे किसी को”

एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और यह जांच की जा रही है कि इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल हैं। यदि किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती है, तो उसके विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि —

“वन्यजीव तस्करी के खिलाफ एसटीएफ की कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। हमारा लक्ष्य है कि सीधे-साधे व बेजुबान जानवरों के शिकार पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए।”

ऑपरेशन में शामिल रही संयुक्त टीम

इस कार्रवाई में निरीक्षक यशपाल सिंह, उपनिरीक्षक हितेश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल अनूप भाटी, हे.का. वीरेंद्र नौटियाल, का. देवेंद्र कुमार, का. मोहन असवाल, का. सितांशु कुमार सहित डब्ल्यूसीसीबी दिल्ली और वन विभाग खानपुर रेंज की टीम भी शामिल रही।


“सलाम खाकी” की नज़र में

हरिद्वार एसटीएफ की यह कार्रवाई उन सभी अपराधियों के लिए एक सख्त संदेश है जो वन्यजीवों के अंगों की तस्करी कर प्रकृति और इंसानियत दोनों के साथ खिलवाड़ करते हैं।
यह सफलता पुलिस की सतर्कता और वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनकी जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है।


✍️ तसलीम अहमद, हरिद्वार
“सलाम खाकी” — पुलिस की सच्ची पहचान



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