कांधला में पत्रकार पर जानलेवा हमला करने वाले दो आरोपित गिरफ्तारपुलिस की तत्परता से अपराधियों को भेजा जेल, तीसरे की तलाश जारी

कांधला। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। समाज की सच्चाई और जमीनी हकीकत सामने लाने के लिए पत्रकार अपनी जान की परवाह किए बिना काम करते हैं। लेकिन कई बार सच्चाई लिखना पत्रकारों के लिए भारी भी पड़ जाता है। ताज़ा मामला कांधला का है, जहाँ समाचार कवरेज करने गए पत्रकार पर जानलेवा हमला कर दिया गया। इस घटना से न केवल पत्रकार जगत में आक्रोश है, बल्कि आम जनमानस भी स्तब्ध है। हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दो आरोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है, जिससे पत्रकारों और नागरिकों में राहत की सांस ली जा रही है।

कवरेज के दौरान मिली धमकी, शाम को हुआ हमला

मिली जानकारी के अनुसार, कस्बा मुहल्ला गुजरान निवासी राजीव चौहान, जो एक दैनिक समाचार पत्र में संवाददाता हैं, अपने साथी पुष्पेंद्र चौहान के साथ बीते दिनों कैराना बस स्टैंड पर पहुंचे। वहाँ फल विक्रेताओं द्वारा किए जा रहे अतिक्रमण की कवरेज के दौरान पत्रकारों का सामना विरोध और धमकियों से हुआ। आरोप है कि फल विक्रेताओं ने कवरेज रोकने की कोशिश की और पत्रकारों से अभद्र व्यवहार करते हुए यह तक कह दिया कि इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। पत्रकार तत्काल वहाँ से लौट तो आए, लेकिन खतरा टलने के बजाय और गहरा गया।

रात्रि में जब दोनों पत्रकार कैराना बस स्टैंड पर ही पानी की बोतल खरीद रहे थे, तभी फल विक्रेता सुहैल और तब्बू अपने एक अज्ञात साथी के साथ वहाँ पहुँचे। देखते ही देखते उन्होंने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से दोनों पर हमला बोल दिया। हमले की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि दोनों पत्रकार लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े।

मौके पर पहुंची पुलिस, घायलों को कराया अस्पताल में भर्ती

पत्रकारों पर हमला होते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। किसी ने पुलिस को सूचना दी, जिस पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुँची। पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस की मदद से सीएचसी कैराना पहुँचाया। वहाँ डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति नाज़ुक देखते हुए दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

घटना की जानकारी मिलते ही परिजन भी मौके पर पहुँच गए। पत्रकार जगत के लोगों में भी भारी रोष देखने को मिला। साथी पत्रकारों ने इस हमले की कड़ी निंदा की और आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग उठाई।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई, दो आरोपित सलाखों के पीछे

पीड़ित पत्रकार राजीव चौहान ने थाने में तहरीर देकर तीनों आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर तुरंत जांच शुरू की। लगातार दबिश के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपित सुहैल और तब्बू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, तीसरे आरोपी की तलाश अभी भी जारी है।

थाना प्रभारी का बयान

थाना प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि—

> “पत्रकार पर हमला करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। तीसरे फरार आरोपी को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कानून से ऊपर कोई नहीं है और पत्रकारों की सुरक्षा पर किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।”



पत्रकार जगत और समाज में संतोष

पुलिस की त्वरित कार्रवाई से पत्रकारों में राहत की लहर है। पत्रकार संगठनों का कहना है कि इस कार्रवाई से साफ संदेश गया है कि लोकतंत्र के प्रहरी यानी पत्रकारों पर हमला किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आम नागरिकों ने भी पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों पर नकेल कसने में पुलिस की भूमिका सराहनीय रही है।

संदेश साफ: अपराधियों को मिलेगी सज़ा

कैराना में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि पत्रकारिता करना आसान नहीं है। लेकिन जिस तरह पुलिस ने समय पर कार्रवाई की और अपराधियों को जेल की सलाखों तक पहुँचाया, उससे यह साफ संदेश गया है कि अपराधी कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, क़ानून के शिकंजे से नहीं बच सकता। समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए शामली, उत्तर प्रदेश से पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट 
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