कैराना। कैराना की तारीख़ी सरज़मीन एक बार फिर महबूब-ए-ख़ुदा हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नाम से रौशन होने जा रही है। आज ईशा की नमाज़ के फौरन बाद शामली बस स्टैंड वाली मस्जिद में जलसा-ए-सीरतुन्नबी का इनक़ाद किया जाएगा।
इस पुरनूर जलसे में उलमा-ए-किराम और मुतकल्लिमीन तशरीफ़ लाएँगे और सरवर-ए-क़ायनात सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की पाक ज़िंदगी, उनके बे-मिसाल अख़लाक़, इंसानियत के लिए रहमत बनने वाले उसूलात और मोहब्बत-ए-इलाही के पैग़ाम पर रौशनी डालेंगे।
इंतज़ामिया के मुताबिक़, यह जलसा सिर्फ़ एक इजलास नहीं बल्कि एक पैग़ाम है कि नौजवान नस्ल अपने नबी की सीरत से सबक़ हासिल करे और अम्न, मोहब्बत व इंसाफ़ की राह पर क़दम बढ़ाए।
अहल-ए-कैराना और इर्द-गिर्द के आवाम से पुरज़ोर अपील की गई है कि इस जलसे में ज़्यादा से ज़्यादा तादाद में शिरकत करें और अपनी मौजूदगी से इसे कामयाबी अता करें।
बताया जा रहा है कि इस जलसे का पोस्टर सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर — ख़ास तौर से व्हाट्सऐप, फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर — तेज़ी से वायरल हो रहा है। इंतज़ामिया और मुहिब्बाने रसूल ने अपील की है कि इस पैग़ाम को ज़्यादा से ज़्यादा तादाद में शेयर करें ताकि मोहब्बत-ए-रसूल का यह पैग़ाम दूर तक पहुँचे। समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए कैराना,शामली, उत्तर प्रदेश से पत्रकार गुलवेज़ आलम की खास रिपोर्ट
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