श्मशान घाट प्रकरण: अवैध कब्जा, जानलेवा धमकियाँ और प्रशासनिक निष्क्रियता से कुरमाली गांव में तनाव, नरेश मलिक ने लगाई न्याय की गुहार

रिपोर्ट: शौकीन सिद्दीकी, जिला ब्यूरो-चीफ | कैमरा: रामकुमार चौहान | समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
📍 स्थान: ग्राम कुरमाली, थाना क्षेत्र शामली, उत्तर प्रदेश


शामली, 9 जुलाई 2025
ग्राम कुरमाली का प्राचीन श्मशान घाट, जहां जीवन की अंतिम यात्रा को सम्मानजनक विदाई दी जाती है, आज स्वयं एक लंबी कानूनी और सामाजिक लड़ाई का केंद्र बन गया है। यहां वर्षों से दबंगों द्वारा किए गए अवैध कब्जे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है।

इस प्रकरण में नरेश मलिक और गांव के अन्य जिम्मेदार ग्रामीण पिछले चार महीने से लगातार संघर्षरत हैं। मगर दुर्भाग्यवश, न केवल प्रशासनिक उदासीनता सामने आ रही है, बल्कि अब नरेश मलिक को जान से मारने की धमकियाँ भी दी जा रही हैं।


🔴 प्रकरण का मूल विवाद – श्मशान घाट पर कब्जा

गांव कुरमाली के श्मशान घाट पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है।

  • अब तक चार बार उपजिलाधिकारी की टीम द्वारा मौके पर मापजोख की जा चुकी है।
  • मीडिया के सामने सही पैमाइश होती है, लेकिन तहसील कार्यालय पहुंचते ही रिपोर्ट बदल जाती है, जिससे ग्रामीणों में गंभीर असंतोष है।

⚠️ धमकी और उत्पीड़न – नरेश मलिक पर दबाव

नरेश मलिक ने आरोप लगाया है कि विपक्षी संजीव, राजीव (पुत्रगण जगमेर), तथा अनंगपाल (पुत्र जिलेसिंह) द्वारा:

  • श्मशान घाट की कार्यवाही रोकने के लिए उन्हें लाइसेंसी हथियारों से जान से मारने की धमकी दी गई।
  • धमकी दी गई कि “मुझे कोई नहीं बिगाड़ सकता”, और अगर कार्यवाही की तो अंजाम भुगतना होगा।
  • समझौते का दबाव बनाया गया, इंकार करने पर साजिशन उनके परिवार को निशाना बनाया गया।
  • विपक्षी का भाई यूपी पुलिस (मेरठ) में तैनात है, जिसने अपने पद का दुरुपयोग कर तीन बार नारकोटिक्स टीम से छापा डलवाया, जिससे परिवार दहशत में है और समाज में छवि को भी ठेस पहुँची।

📝 प्रशासन को सौंपा गया प्रार्थना पत्र

नरेश मलिक ने जिलाधिकारी शामली को ज्ञापन सौंपकर:

  • स्वयं व परिवार की सुरक्षा की मांग की है
  • विपक्षियों के खिलाफ साजिश, धमकी और शासकीय पद के दुरुपयोग के तहत सख्त कार्यवाही की मांग की है।
  • उनका स्पष्ट कहना है कि यदि प्रशासन ने अभी भी सख्ती नहीं दिखाई, तो भविष्य में कोई गंभीर घटना घट सकती है, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी

👥 ग्रामीणों का समर्थन और प्रशासन से अपील

इस अवसर पर हरवीर सिंह, अमरपाल, राजीव मलिक, ऋषिपाल, अमित मलिक, कुशल पाल मालिक, राजकुमार मलिक समेत कई ग्रामीण भी नरेश मलिक के साथ मौजूद रहे।
इनका कहना है कि अगर प्रशासन थोड़ा भी सख्ती दिखा दे, तो श्मशान घाट की भूमि को कब्जा मुक्त कराया जा सकता है।


📣 समझो भारत की ओर से सवाल और मांग

  • क्या धार्मिक-सामाजिक स्थलों की जमीनों की सुरक्षा अब भी राजनीति और दबंगई की भेंट चढ़ती रहेगी?
  • क्या प्रशासनिक चुप्पी और रिपोर्ट बदलने जैसी घटनाएं “भ्रष्ट तंत्र” की ओर इशारा नहीं करतीं?
  • समझो भारत प्रशासन से मांग करता है कि इस गंभीर प्रकरण में त्वरित, निष्पक्ष और पारदर्शी कार्रवाई की जाए।

📞 #samjhobharat
“जहां दबे हुए सवालों को आवाज़ मिलती है”
📰 रिपोर्टर: शौकीन सिद्दीकी | कैमरा: रामकुमार चौहान – 8010884848

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