दिल्ली की बेटी निदा अंसारी की पैदल हज यात्रा बनी देशभर के लिए प्रेरणा, कैराना पहुंचने पर सांसद इकरा हसन ने किया भावभीना स्वागतधार्मिक जज़्बा, हिम्मत और हौसले की बेमिसाल मिसाल बनी निदा अंसारी

कैराना। जहाँ आज के दौर में लोग आरामतलब सफर को प्राथमिकता देते हैं, वहीं दिल्ली के शाहीन बाग़ की रहने वाली निदा अंसारी ने एक ऐसा काम कर दिखाया है जो पूरे देश के लिए एक मिसाल बन गया है। तकरीबन चार महीने पहले दिल्ली से पैदल हज यात्रा के लिए निकली निदा 3 जुलाई 2025 को कैराना पहुँचीं, जहाँ पर कैराना की लोकप्रिय, सहज और संवेदनशील सांसद इकरा हसन ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

सांसद इकरा हसन ने निदा के इस साहसी और ऐतिहासिक सफर की दिल खोलकर सराहना की और उन्हें नेक दुआओं से नवाज़ते हुए कहा कि –

> "निदा अंसारी ने यह साबित कर दिया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी रास्ता लंबा नहीं होता। उनका यह कदम न केवल धार्मिक भावना को दर्शाता है, बल्कि यह समाज को हिम्मत, लगन और आत्म-विश्वास की नई राह दिखाता है।"



पैदल हज यात्रा जैसी कठिन और लंबी यात्रा में निदा की अटूट आस्था, बुलंद हौसला और मज़बूत इरादे हर किसी को प्रेरणा दे रहे हैं। उन्होंने ना केवल धार्मिक उद्देश्य से यह यात्रा शुरू की, बल्कि यह यात्रा सामाजिक जागरूकता और महिलाओं के आत्मबल का भी प्रतीक बन गई है।

निदा की यह यात्रा सिर्फ एक सफर नहीं है, बल्कि यह संकल्प, समर्पण और आध्यात्मिकता की जीवंत तस्वीर है। दिल्ली से लेकर अब तक उन्होंने दर्जनों शहरों में कदम रखा, जहाँ-जहाँ भी वह पहुँचीं, लोगों ने उनका दिल से इस्तकबाल किया और उनके हौसले को सलाम किया।

कैराना की पवित्र ज़मीन पर जब निदा पहुँचीं, तो स्थानीय लोगों में भी उन्हें देखने, मिलने और दुआ देने की होड़ लग गई। महिलाओं, बच्चों, बुज़ुर्गों और युवाओं ने एक साथ मिलकर इस ऐतिहासिक यात्रा की सराहना की।

सांसद इकरा हसन, जो स्वयं महिलाओं की आवाज़ को बुलंद करने और सामाजिक विकास में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं, ने निदा अंसारी की हिम्मत को सलाम किया और उन्हें हर संभव सहयोग देने का वादा भी किया। उन्होंने कहा कि –

> "निदा जैसे लोगों की वजह से ही समाज में सकारात्मक ऊर्जा और नेक सोच की रोशनी फैलती है।"



इस अवसर पर क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे और सभी ने इस पैदल हज यात्रा को आस्था, समर्पण और प्रेरणा का प्रतीक बताते हुए निदा अंसारी को भविष्य की दुआएं दीं।

निदा अंसारी की यह यात्रा आज भारत भर के युवाओं, खासकर महिलाओं के लिए यह पैग़ाम देती है कि अगर दिल में खुदा की मोहब्बत और रास्ते में इरादों की मज़बूती हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती।

यह सफर बना इतिहास – और निदा अंसारी बनीं उस इतिहास की नायिका। समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका से पत्रकार गुलवेज़ आलम की रिपोर्ट 
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