भारत ने यूएसए की स्थिति पर पैनी नजर गढ़ाए रखी है न जाने कब सीजफायर करवाना पड़ जाए।
तो वही, डोनाल्ड ट्रंप ने अपना आख़िरी दांव चल दिया है नेशनल गार्ड 2100 और 700 मरीन सड़क पर स्थिति को काबू करने की कोशिश में है। अगर ये कार्ड फेल होता है तो ट्रंप ब्रह्मास्त्र चलेंगे और दुनिया बल्कि यूनिवर्स को बचाने वाले सुपरहीरोज कैप्टन अमेरिका, आयरनमैन, थोर, हल्क, बैटमैन, स्पाइडर मैन, ब्लैक पैंथर आदि दिखाई देंगे।
मार्वल और डीसी से बातचीत हो गई है। खैर
यूनिवर्सल सच है कि अपने आप को महाशक्ति, सुपर पॉवर समझते है। पैसों के दम पर गुटबाजी और प्रोपगेंडा फैलाकर चौधराहट दिखलाते है, वैश्विक स्तर पर नाटो देशों के साथ अन्य कमजोर देशों में तख्ता पलटते है। किंतु जब रण में शक्ति दिखलाने की घड़ी आती है तो दम दबाकर भागते है।
वियतनाम, अफ़गानिस्तान आदि बड़े उदाहरण है।
आर्थिक मजबूती के बल पर फटे में टाँग अड़ाते है लेकिन जब मामला खींचता है तो भाग खड़े होते है। तभी तो अपने देश के भीतर के हालातों पर काबू नहीं कर पा रहे है। ऐसा किसी दूसरे देश में होता तो उपदेश झाड़ने वाले कई आर्टिकल्स आ जाते।
शौर्य और रणनीति पैसों से नहीं ख़रीदी जाती है बल्कि स्वयं आती है। अमेरिका ने अपने सैनिकों को कई ऐसे बोझिल और उबाऊ युद्ध में झौंका है जब आर्थिक और जान दोनों गई है प्राप्ति में कुछ नहीं मिला है। जबकि प्रॉपगैंडा में स्वयं को इतना शक्तिशाली बता दिया है कि अमेरिकन्स के भीतर से असुरक्षा का भाव खत्म हो चला है, हम सुरक्षित है और हमने अधिक पावरफुल कोई नहीं है दुनिया को बचाते है हम, सब 70 एमएम के ख़्वाब में डूबे हुए है। शौर्य और रणनीति वही तक है बाकी सिर्फ़ भय है भय।
अधिकतर पश्चिमी देश फट्टू है नाटो हटा दें तो ढेर है। संयुक्त राष्ट्र के कागज़ी शेर है जिस प्रकार पाकिस्तान पॉ पॉ भर के एटम बम पर उछलता था, महज एक ऑपरेशन सिंदूर से औक़ात मालूम पड़ गई है। पॉ पॉ भर भी काम न आवेंगे। ऐसा ही झटका अमेरिका और चीन को लगा है।
भारत ने लंबा संघर्ष किया है पहले अफगानी और मुगल, फिर ब्रितानी, इनसे लड़े। उसके बाद पड़ोसी से लड़े, यानी हमारा संघर्ष कभी रुका नहीं है इसलिए इधर कागज़ी शेर नहीं है। किसी को शक हो तो ऑपरेशन सिंदूर की गहराई नाप ले। योगी बाबा दंगा स्पेशलिस्ट भी है, अच्छे से ट्रीटमेंट करते है।
अमेरिका मार्वल और डीसी के योद्धा उतारने की फुल तैयारी में है। हॉलेंडर नेतृत्व करेगा। यकीनन इस अशांति के पीछे यूएसए का दुश्मन नंबर 1 है। यूएसए के लोगों को भी मालूम है शत्रु कौन है। अमेरिकन फिल्मों में दिखाते आए है। समझो भारत
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