ईद उल अज़हा का त्योहार सौहार्द सुख शांति के साथ मनाएं: मोलाना

बिड़ौली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में ईद उल अजहा (बकरीद) का त्योहार 7 जून 2025 को शनिवार के दिन मनाया जाएगा। शिया धर्म के मोलाना ऑन मोहम्मद के अनुसार मस्जिद ए मुस्तफवी में सुबह 9:00 बजे नमाज अदा की जाएगी।
शुक्रवार को जुम्मा पढ़ाने के दौरान मोलाना ने बयान में कहा कि कुर्बानी करते समय विशेष ध्यान रखें कुर्बानी खुले स्थान पर न की जाए। इसके लिए पर्दे का इंतजाम करना आवश्यक है। कुर्बानी का खून नालियों में नहीं बहाया जाना चाहिए कुर्बानी करते समय सफाई व्यवस्था का ध्यान रखें कुर्बानी का जो अवशेष है उनको मिट्टी में दफन किया जाए इसके बाद कहा कि ईद-उल-अजहा, जिसे 'बकरीद' और 'कुर्बानी की ईद' भी कहा जाता है, इस्लाम धर्म का यह एक अहम त्योहार है. यह त्योहार हजरत इब्राहिम की उस परीक्षा की याद में मनाया जाता है जब उन्होंने अल्लाह के हुक्म पर अपने बेटे की कुर्बानी देने का इरादा कर लिया था जब उन्होंने अल्लाह के हुक्म पर अपने बेटे की कुर्बानी देने का इरादा कर लिया था. लेकिन, आखिरी वक्त पर अल्लाह ने उनके बेटे की जगह एक जानवर कुर्बान करने का हुक्म दिया. यह घटना अल्लाह पर अटूट भरोसे और समर्पण की मिसाल मानी जाती है. समझो भारत न्यूज से पत्रकार शाकिर अली की रिपोर्ट 
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