"ईरान संकट में फंसे कायम मेहंदी से संपर्क, कैराना में राहत की लहर"



कैराना, 25 जून 2025।
ईरान में जारी युद्ध संकट के बीच कैराना के वरिष्ठ उर्दू पत्रकार वसी हैदर साकी के बेटे कायम मेहंदी से बुधवार को संपर्क स्थापित हो सका, जिससे नगर में फैली बेचैनी के बीच कुछ राहत की लहर दौड़ गई।

बताते चलें कि मोहल्ला सिदयान निवासी वसी हैदर साकी का 25 वर्षीय पुत्र कायम मेहंदी मर्चेंट नेवी से प्रशिक्षित है। वह 6 मई को दुबई के लिए रवाना हुआ था। दुबई में कुछ दिन रुकने के बाद एक एजेंट द्वारा उसे जलयान के माध्यम से ईरान के अब्बास पोर्ट पर ड्यूटी पर भेजा गया। वहीं ईरान-इज़राइल संघर्ष की लपटें भड़क उठीं और हालात तेजी से बदतर होते गए।

इस बढ़ते तनाव के चलते ईरानी प्रशासन ने अब्बास पोर्ट पर मौजूद विदेशी नागरिकों — जिनमें कई भारतीय भी शामिल हैं — को एक सुरक्षित लेकिन सीमित स्थान पर रखा हुआ है। वसी हैदर साकी ने बताया कि उनका बेटा और अन्य युवक एक बंद कमरे में सीमित हैं, जहां से उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। चारों ओर डर और तनाव का माहौल बना हुआ है।

📞 आख़िरी बातचीत में क्या हुआ?

आज सुबह हुई आखिरी बातचीत में कायम मेहंदी ने बताया कि उन्हें खाना और पानी मिल रहा है, लेकिन नेटवर्क बाधित होने के कारण संचार सीमित हो गया है। उसने बताया कि वह मानसिक रूप से मजबूत है, पर हर वक्त आशंका और अनिश्चितता से घिरा हुआ महसूस करता है।

🧑‍💼 पत्रकारों का समर्थन

इस संवेदनशील स्थिति में स्वतंत्र पत्रकार गुलवेज़ आलम के नेतृत्व में पत्रकारों की एक टीम वरिष्ठ पत्रकार वसी हैदर साकी के आवास पर पहुंची। इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे:

  • सनव्वर सिद्दीकी – चीफ एडिटर, PK 7 न्यूज़
  • तौसीफ सिद्दीकी – चीफ एडिटर, अर्श 77 न्यूज़
  • इमरान अब्बास प्रधान – जिला मीडिया प्रभारी, संयुक्त पत्रकार महासभा
  • चौधरी फरमान अली – तहसील प्रभारी, कैराना

इन्होंने परिवार से मिलकर उनका हालचाल जाना और उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।

🏠 नगर में चिंता, साथ ही एकजुटता

जैसे ही खबर फैली कि कायम मेहंदी से संपर्क हुआ है, नगर में राहत की सांस ली गई। बड़ी संख्या में रिश्तेदार, शुभचिंतक और स्थानीय लोग साकी साहब के घर पहुंचकर उनके साथ खड़े नजर आए। हर कोई यही दुआ कर रहा है कि कायम मेहंदी जल्द भारत लौटे।

🇮🇳 भारत सरकार से अपील

स्थानीय पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार से मांग की है कि विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास तुरंत कार्रवाई कर फंसे हुए भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें। इससे न केवल उनके परिवारों की बेचैनी दूर होगी, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर एक सशक्त संदेश भी जाएगा कि भारत अपने नागरिकों के साथ है।


📌 निष्कर्ष:
वसी हैदर साकी ने भरोसे के साथ कहा, “मेरा बेटा मजबूत है, और मुझे विश्वास है कि वह जल्द अपने वतन लौटेगा।” इस आशा और विश्वास के साथ कैराना की जनता भी उसके सकुशल लौटने की प्रार्थना और प्रतीक्षा कर रही है।


✍️ रिपोर्ट: गुलवेज़ आलम
📱 संपर्क: समझो भारत न्यूज़ | 8010884848
🔖 स्रोत: कैराना, ज़िला शामली
📅 दिनांक: 25 जून 2025



No comments:

Post a Comment