डॉक्टर अजीम अनवर का बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर — बुजुर्ग की जमीन और लाखों की रकम हड़पने का आरोप, पीड़ित ने कोतवाली में तहरीर देकर की इंसाफ की मांग

कैराना। क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां डॉक्टर अजीम अनवर, निवासी मोहल्ला शेखबद्धा, पर एक सीधा-सादा बुजुर्ग व्यक्ति की कृषि भूमि और लाखों की बैंक धनराशि फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर हड़पने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित मजाहिर हसन पुत्र  फैजुल हसन, निवासी मोहल्ला शेखबद्धा, ने कोतवाली में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।
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साज़िश में शामिल पूरा नेटवर्क, बैंक और उपनिबंधक तक संलिप्त

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित मजाहिर हसन की कृषि भूमि खसरा नं. 1604 रकबा 0.1690 हेक्टेयर, ग्राम कैराना बाहर हदूद में स्थित है। आरोप है कि डॉक्टर अजीम अनवर ने अपने साथियों — ताजीम अरशद, इरशाद, महमूद अहमद, फरमान और इन्तजार — के साथ मिलकर गहरी साजिश रची और दिनांक 28 अप्रैल 2024 को खुद को पीड़ित का मुख्तार-ए-आम (पॉवर ऑफ अटॉर्नी धारक) बताते हुए फर्जी बैनामा तैयार कर उक्त भूमि को इरशाद व इन्तजार के नाम रजिस्टर्ड करवा दिया।

इस फर्जीवाड़े में उपनिबंधक सुयश भारतीय और एचडीएफसी बैंक के ब्रांच मैनेजर नीरज कुमार अग्रवाल की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। जबकि पीड़ित ने पहले ही 20 फरवरी 2024 को उपनिबंधक को बैनामा न करने का लिखित निवेदन दिया था जिसकी रसीद भी उनके पास है।---

फर्जी खाता, जाली हस्ताक्षर और करोड़ों का घोटाला

सबसे गंभीर आरोप यह है कि डॉक्टर अजीम अनवर ने बैंक में पीड़ित के नाम से फर्जी हस्ताक्षर कर संयुक्त खाता संख्या 50100630850596 खुलवाया, जिसमें ताजीम अरशद को दूसरा खातेदार बनाया गया। इस खाते से कई वर्षों से चेक बुक के माध्यम से लेन-देन किया जा रहा है, जबकि मजाहिर हसन का कहना है कि उन्होंने कभी कोई खाता नहीं खुलवाया।

जब पीड़ित को इसकी जानकारी बैनामा की सत्य प्रति के माध्यम से हुई और वह बैंक पहुंचे, तो मैनेजर नीरज अग्रवाल ने जानबूझकर टालमटोल की। बाद में बताया कि विपक्षी ने कहा था कि “पीड़ित पैरालिसिस का शिकार है और चलने फिरने में असमर्थ है” — जबकि यह पूरी तरह से झूठा और भ्रामक बयान था।---

गुंडागर्दी और कब्जे की कोशिश, पुलिस को दी गई सूचना

मजाहिर हसन ने यह भी आरोप लगाया कि दिनांक 2 जून 2024 को डॉक्टर अजीम अनवर और उनके साथियों ने 4-5 अज्ञात दबंगों को लेकर उनकी भूमि पर कब्जा करने की कोशिश की। उन्होंने वहां खड़े पेड़ों को काट दिया और निर्माण कार्य शुरू कर दिया। जब पीड़ित ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी तो पुलिस के पहुंचते ही सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
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दिल्ली की संपत्तियों की रकम भी हड़पने का आरोप

पीड़ित ने यह भी खुलासा किया है कि विपक्षियों ने न केवल कृषि भूमि, बल्कि दिल्ली में बेची गई दुकान और फ्लैट की करोड़ों की रकम भी हड़प ली है। और जब-जब पीड़ित न्याय की बात करता है, तब-तब उसे व उसके परिवार को जान से मारने की धमकियां दी जाती हैं।---

पीड़ित की अपील: जमीन और धनराशि दिलवाई जाए, आरोपियों पर सख्त कार्रवाई हो

मजाहिर हसन ने कैराना कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर डॉक्टर अजीम अनवर सहित सभी विपक्षियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी जान का भी खतरा है और अगर समय रहते प्रशासन ने हस्तक्षेप न किया, तो वे न्याय के लिए धरने-प्रदर्शन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।---

अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या रुख अपनाता है और डॉक्टर अजीम अनवर जैसे सफेदपोशों पर नकेल कसने में कितनी तत्परता दिखाता है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पंजीकृत, देश की राजधानी दिल्ली से प्रकाशित राष्ट्रीय समाचार - पत्र/पत्रिका  "समझो भारत" से पत्रकार  गुलवेज आलम की रिपोर्ट 
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