परिषदीय विघालय में चल रहे समर कैम्प का आज दिनांक 10 जून 2025 को समापन किया गया।

समर कैम्प में प्रागैतिहासिक काल के चित्रो को बनवाकर रवीन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि आदिमानव कि उत्पत्ति का अवशेष सोनभद्र व मिर्जापुर जिले के सैकडों गुफाओं में
हजारों वर्ष पूर्व आदिमानवों के द्वारा बनाये गये पत्थरों पर प्रागैतिहासिक काल के चित्रो पता चलता है,कि सोनभद्र व मिर्जापुर जिला कितना खास है।
रवीन्द्र ने बताया कि प्रागैतिहासिक काल के चित्रो को उचित संरक्षण नही मिलने के कारण यह धरोहर नष्ट हो रहे है अतः सरकार से हम सभी समर कैम्प के माध्यम से निवेदन करते है
कि इस धरोहर को संरक्षित कर सोनभद्र को पर्यटन स्थल के रुम में विकसित करने कि कृपा करें,और रवीन्द्र एक शिक्षक होने के साथ साथ कलाकार भी है जो नेशनल नेवल पर गलभग 20 सलेक्शन व एवार्ड से कला क्षेत्र में सम्मानित हो चूकें।कम्पोजिट विघालय तकिया दरगाह,ब्लॉक करमा,जिला सोनभद्र उ०प्र० में दिनांक 21/05/2025 से 10/06/2025 अब तक समर कैम्प चला जिसका आज समापन हुआ,
समर कैम्प मे प्रशिक्षण दे रहे थे,रवीन्द्र बहादुर सिंह अनुदेशक, बृजेश चंद्र मिश्रा अनुदेशक ने बेहतर कार्य से बच्चों व समाज को जागरूक  किये।

समर कैम्प में ग्राम सभा तकिया बी० डी०सी० रेनू मौर्या व कोशिश आर्ट वेलफेयर सोसायटी उ०प्र० टीम का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ समर कैम्प मे।

अभिभावक भी आज समर कैम्प में मौजूद थे और कहा कि समर कैम्प से बच्चों को बहुत लाभ मिला और शिक्षकों को धन्यवाद इसके लिए। समझो भारत न्यूज 
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