कैराना। प्रमुख राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता मुबारिक हसन गुर्जर कोतवाली क्षेत्र के गांव खुरगान निवासी को मिल रही जान से मारने की धमकियों के मामले में पुलिस ने आखिरकार मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह कदम तब उठाया गया है जब पीड़ित ने गत 3 अप्रैल, 2025 को अपने घर पर पहुंचे कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा दिये गए घातक धमकियों की शिकायत की थी।
मुबारिक हसन गुर्जर, का कहना है कि उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। आपराधिक तत्वों वाजिद उर्फ सान्ना, साजिद उर्फ काला, इश्तिकार और अफसरून ने घर पर आकर न केवल उनके परिवार को गालियां दीं, बल्कि खुलेआम यह भी कहा कि उन्हें जान से मारने की योजना बना रहे हैं।
घटना के बाद, मुबारिक ने थाना कैराना में एक लिखित तहरीर दी थी, लेकिन प्रारंभ में पुलिस ने मामले को नजरअंदाज किया, जिससे स्थानीय निवासी और समाज में असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हुआ। हालांकि, अब पुलिस ने इस गंभीर मामले में संज्ञान लिया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ा दिया है।
पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, मुबारिक हसन को उचित सुरक्षा प्रदान करने का भी आश्वासन दिया गया है।
स्थानीय नागरिकों में इस घटनाक्रम को लेकर चर्चा हो रही है कि कैसे पुलिस ने पहले मामले की अनदेखी की, लेकिन अब जब मामला सुर्खियों में आया है, तब कार्रवाई शुरू की गई है। बहरहाल, मुबारिक हसन ने सभी संबंधित अधिकारियों से अपील की है कि इस प्रकार के गुंडागर्दी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि समाज में कानून का राज स्थापित किया जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि क्या हम अपने कार्यकर्ताओं को सुरक्षित रखने में सक्षम हैं, या हमें इस तरह के खतरों का सामना करना पड़ेगा? वक्त ही बताएगा कि कानून व्यवस्था में सुधार होता है या नहीं। समझो भारत न्यूज से पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट
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