कैराना/शामली । कोतवाली क्षेत्र के बनत कस्बे में एक गंभीर घरेलू हिंसा का मामला उजागर हुआ है जिसने स्थानीय प्रशासन और समुदाय के बीच चिंता पैदा कर दी है। पीड़िता श्रीमति कुसुम, जो मौहल्ला जीवन नगर की निवासी हैं, ने न्यायालय परिसर में अपने पुत्रवधू और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ जानलेवा हमले का आरोप लगाया था।
11 दिसंबर 2024 को, पीड़िता अपने पति राजेन्द्र और भाई सुरेन्द्र के साथ न्यायालय में एक सुनवाई के लिए पहुंची थीं। वहां मौजूद भीड़ के बीच, उनकी पुत्रवधू श्रीमति रूबी, उसकी माता निर्मला और पिता रामबीर ने अचानक पीड़िता का गला दबा दिया। पीड़िता के अनुसार, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने समय पर हस्तक्षेप किया और उनकी जान बचाई।
पीड़िता ने बताया कि इस उत्पात के बाद आरोपियों ने उन्हें अपशब्द कहते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस घटना ने पीड़िता और उनके परिवार को अत्यंत भयभीत कर दिया है। उन्होंने इस घटना का वीडियो भी अपने पास रखा है, जिससे उनके आरोपों की पुष्टि होती है।
हालांकि, घटना के तुरंत बाद पीड़िता ने 11 दिसंबर को पुलिस चौकी में लिखित शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनकी रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद, पीड़िता ने 20 दिसंबर को पुलिस अधीक्षक शामली को एक पत्र भेजा, लेकिन उस पर भी कोई उचित उत्तर नहीं मिला।
अब, न्यायालय ने प्रार्थना पत्र के आधार पर मामले में संज्ञान लिया और कैराना कोतवाली पुलिस को आदेश दिया कि वे आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करें। इसके बाद, पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर अब मुकदमा दर्ज कर लिया है। अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।समझो भारत न्यूज से पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट
नोट 🚫 समाचार में लगाए गए सभी फोटो काल्पनिक है।
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