जोधपुर : मनीषा बिश्नोई से समझो भारत डिजिटल न्यूज चैनल के राष्ट्रीय प्रभारी डॉ.के.एल.परमार से बातचीत :-
सवाल :- ये आपका पहला अवार्ड हैं, किस तरह से आप नॉमिनेट हुए और कैसा एक्सपीरिएंस रहा आपका ?
जवाब :- आयोजनकर्ताओ ने सोशल मीडिया पर मेरे कंटेंट देखे और मुझसे संपर्क किया और बोला आपको हम सोशलमीडिया कल्चरल कंटेंट अवार्ड देना चाहते हैं और उनसे बहुत सराहनाये मिली , मुझे भी बहुत ख़ुशी मिली की लोगों को मेरी मेहनत पसंद आ रही है ! लोगों के सामने स्टेज पर पहला अवार्ड पाना भावुक पल था !
सवाल :- आपने अभी शुरुआत की है तो सबसे पहले बिश्नोई समाज और संस्कृति को प्रेजेंट करने का आइडिया कहा से आया और क्यों ?
जवाब:- मेरी दादी माँ की पोशाक और सिल्वर ज्वैलरी मुझे शुरू से आकर्षित करती थी मुझे बहुत पसंद थी , जब फ़ैशन डिजाइनिंग के दौरान मैंने सोचा की मैं अपने समाज की कल्चरल ड्रेस को डिज़ाइन करूँ और वही से मुझे प्रेरणा मिली !!
सवाल :- आपने जो अब तक कंटेंट बनाये है वो सामाजिक और संस्कृति को प्रेजेंट करते है तो ये प्रेरणा आपको कहा से मिली ?
जवाब :- मेरे पिताजी शिक्षक है और वो हमेशा सामाजिक कल्चरल को लेके प्रेरणा देते रहे है तो उनकी प्रेरणा और मेरी भी सामाजिक संस्कृति की भावना थी तो मैंने इसी कंटेंट से शुरुआत की और रिल्स क्रिएट करना शुरू किया !!
सवाल :- ये पुराने कल्चर , वेशभूषा , ज्वेलरी आज लुप्त हो चुकी है लगभग , तो आपको इस करैक्टर में ढलने में प्रेजेंट करने में काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा होगा ?
जवाब :- हाँ बिल्कुल बहुत मेहनत लगी इसमें पूरी टीम का सहयोग है अकेले कर पाना संभव नहीं था ! वैशभूषा और सिल्वर रियल ज्वैलरी के लिये काफ़ी मेहनत और रिसर्च करना पड़ा था ! क्यूकी अभी ये पुराने कल्चरल रियल कपड़े और ज्वैलरी लुप्त हो चुके है तो आसानी से ये मार्केट में मिलना आसान नहीं था !!
सवाल :- सोशल मीडिया पर आजकल बहुत कम देशी और कल्चरल कंटेंट देखने को मिलते है तो आपको किस तरह ये लोगो को पसंद आया है और किस तरह के कॉमेंट और सराहनाये मिली है ?
जवाब :- बिलकुल दर्शकों से बहुत प्यार मिला हमारे कंटेंट को बहुत शुभकामनाएँ और सराहनाये मिली है।मैं सभी के सहयोग और प्यार के लिये बहुत आभारी हूँ और हमेशा रहूंगी !
सवाल :- आगे किस तरह से आप काम करने वाले है और कैसे कंटेंट करने वाले है ?
जवाब :- आगे भी मैं हमेशा लगभग संस्कृति और सामाजिक कंटेंट ही करना चाहूंगी ! हाँ कुछ पैटर्न बदले जा सकते है ताकि लोगों को अलग कंटेंट देखने को मिले ताकि एक ही तरह के कंटेंट से लोग बोर भी न हो !
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