ड्रग्स शिक्षिका और दवा व्यापारियों में बढ़ती दूरियां ,ड्रग इंस्पेक्टर की कार्यवाही का डर या भ्रष्टाचार, ड्रग्स इंस्पेक्टर के खिलाफ मुखर हुई व्यापारियों की आवाज


 झिंझाना 11 मार्च :  शामली में तैनात जनपद की ड्रग निरीक्षका की ताबड़तोड़ और प्रभावी कार्रवाई से अब व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है। यह हड़कंप तहसील ऊन में ही नहीं , वरन पूरे जनपद में मेडिकल स्टोर संचालकों में दहशत बन कर उभर रहा है। ऐसे में अब ड्रग निरीक्षका के खिलाफ व्यापारियों की आवाजें भी बुलंद होने लगी है। और यह आवाज जनपद में नवनियुक्त जिलाधिकारी रविंद्र कुमार तक पहुंच गई है।

       जनवरी 2022 में जनपद शामली में निधि पांडे को ड्रग निरीक्षक के पद पर तैनात किया गया था। निधि पांडे ने बताया कि शामली जनपद ही नहीं, बल्कि उसकी सर्विस का पहला पोस्टिंग ही शामली में ही हुआ है। और उसका जो धर्म अपनी ड्यूटी के प्रति जो आस्था उसके दिल दिमाग में है वह उसी अनुसार काम कर रही है। मगर उसके विपरीत व्यापारियों में मेरे प्रति जो बेरुखी और भ्रष्टाचार के आरोप की जो भावना है वह नाजायज है।

14 महीने के कार्यकाल का कार्य

      पत्रकारों कोएक बाइट देकर निधि पांडे ने अपने 14 महीने के समय में की गई कार्यवाही का जो ब्योरा पत्रकारों को दिया है वह चौंकाने वाला है। निधि पांडे के अनुसार 14 महीने के कार्यकाल में 8 छापामार कार्रवाई की गई जिनमें तीन f.i.r. है और 11 लोगों की गिरफ्तारी की गई है तथा एक f.i.r. सहारनपुर औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी के निर्देश पर की गई है। और जिले में 4 प्रतिष्ठानों को बिना लाइसेंस के कारण सील किया गया तथा 5:30 लाख रुपए की दवाइयां सील की गई । अब तक कुल 170 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया है। और 44 लाईसैंसों को निरस्त करने की कार्रवाई की गई है। निधि पांडे ने यह भी बताया कि 25 नमूने फेल हुए हैं जिनमें से 22 अधु मानक है।  एक लाइसेंस भी नकली पाया गया। दो मिथ्या छाप है इस कार्यकाल में चार परिवाद दाखिल किए गए हैं।



एनडीपीएस एक्ट में सजा काट रहा मेडिकल स्टोर संचालक

    निवर्तमान ड्रग इंस्पेक्टर संदीप कुमार द्वारा की गई कार्रवाई से गाड़ीवाला पर स्थित तत्कालीन दृष्टि मेडिकल स्टोर का संचालक एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत आज सजा काट रहा है। अब उसके भाई ने नाम बदलकर मेडिकल स्टोर संचालित कर रखा है।

    इस कार्रवाई के कारण आज ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडे और मेडिकल स्टोर संचालकों के बीच खाई गहरी होती जा रही है। व्यापारियों ने नवनियुक्त डीएम रविंद्र कुमार से निधि पांडे को हटाने की मांग बुलंद की है। लगता है मेडिकल स्टोर संचालक होने वाली कार्रवाई से दहशत में है या निधि पांडे के भ्रष्टाचार से। अब यह तो जांच का विषय है। संवाददाता धर्मेंद्र सिंह समझो भारत


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