झिंझाना 3 मार्च : करनाल हाईवे के पास निकटवर्ती गांव वेदखेड़ी स्थित सतलोक आश्रम में संत कबीर दास के चल रहे तीन दिवसीय बोध दिवस के दूसरे दिन आज शुक्रवार को दहेज रहित 11 शादियां हुई। सतलोक आश्रम में तीन दिवसीय 2,3 व 4 मार्च में बोध दिवस के रूप में तीन दिवसीय समागम चल रहा है। जिसमें पहले दिन हज़ारों श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। क्योंकि इतनी बड़ी संख्या होने के बाद भी फिर भी किसी तरह का भेद भाव देखने को नहीं मिला ।
यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज एक स्वच्छ समाज बनाने का कार्य भी कर रहे है। स्टेट कोर्डिनेटर हरदेश दास ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायी 17 मिनट की गुरुवाणी द्वारा दहेज मुक्त विवाह करते हैं जिसे रमैणी कहते हैं। इस प्रकार संत रामपाल जी महाराज दहेज प्रथा व कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों को दूर करने में जुटे हुए हैं।
दहेज रहित की गई इन शादियों जिसमें किसी भी प्रकार का कोई आडंबर नहीं किया गया। सादगीपूर्ण तरीके से हुई इन शादियों में न कोई रस्म, न बैंड बाजा, न बाराती, न कोई दहेज का लेन-देन हुआ। यह शादियां चर्चा का विषय रही। सतलोक आश्रम में अखंड भंडारा चल रहा है। जिस में आस-पास के गांवों से पहुंचे हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे है।संवादाता धर्मेंद्र सिंह.समझो भारत झिंझाना
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