झाँसी ! देश में तिरंगे को सम्मान देकर और तिरंगा फहरा कर हर भारतीय स्वयं पर गर्व महसूस करता है लेकिन यहां कुछ जिम्मेदार ऐसे लोग भी हैं जो तिरंगे का अपमान होते हुए देखकर आंखे मूंद लेते हैं। ऐसे लोगों में नगर के मसीहागंज चौकी प्रभारी भी शामिल हैं। हैरानी की बात तो यह है कि यह सब मसीहागंज चौकी प्रभारी के कमरे में ठीक उनकी कुर्सी के बगल में बनी अलमारी में तिरंगे का अपमान साफ़ देखने को मिल रहा है । चौकी में बनी अलमारी में तिरंगा उतारकर बिना तह के ऐसे रखा जैसे कोई साफ़ करने का कपडा पड़ा हो । अचम्भे कि बात तो यह है कि मशीहागंज चौकी में तैनात प्रभारी व पुलिसकर्मियो को तिरंगा दिखाई देता होगा लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया, और इस प्रकार तिरंगे का अपमान कानूनन अपराध है। तिरंगे का इस प्रकार अपमान होने के लिए सीधे तौर चौकी प्रभारी और वहाँ तैनात प्रत्येक पुलिस कर्मी जिम्मेदार है।
अब देखना है राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के तहत कानून के रक्षक व लोगो को सीख देने वाले इन जिम्मेदार पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही होती या फिर अनदेखी कर मामला शांत किया जाता है.
वैसे राष्ट्रीय ध्वज के अपमान पर राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 और भारतीय झंडा संहिता, 2021 के तहत कार्रवाई हो सकती है। तो उसे तीन साल की जेल या जुर्माना, या दोनों दंड के रूप में मिल सकते हैं।समझो भारत न्यूज झांसी, उत्तरप्रदेश से पत्रकार सोनू साहू चटर्जी की रिपोर्ट
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