लखनऊ की तारीखी इमारतों, धरोहरों और गंगा जमुनी तहजीब की बदहाली पर अफसोस जाहिर करते हुए इसे बचाने की अपील की : नवाबज़ादा सैय्यद मासूम रज़ा, एडवोकेट


लखनऊ : लखनऊ की तारीखी इमारतों, धरोहरों और गंगा जमुनी तहजीब की बदहाली पर अफसोस जाहिर करते हुए इसे बचाने के लिए समाज के  सभी वर्गों को आगे आने की अपील की। निकट सिटी स्टेशन स्थित सल्तनत मंजिल, हामिद रोड, लखनऊ में हुई एक एहम मीटिंग में रॉयल फैमिली आफ अवध के वाइस चेयरमैन, एडवाइजरी बोर्ड  नवाबज़ादा सैय्यद मासूम रज़ा, एडवोकेट ने आगे कहा की इस नेक काम में खास कर नौजवानों को  आगे आना होगा और इस काम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना होगा।  नवाबज़ादा सैय्यद मासूम रज़ा, एडवोकेट ने आगे कहा की यह बात सभी जानते हैं की  गंगा जमुनी तहजीब वाला हमारा शहर लखनऊ कभी फखरे हिंदुस्तान था। आज  लखनऊ के ऐतिहासिक इमारतों व धरोहरों का  हाल किसी से छिपा नहीं है। रूमी दरवाज़ा का बुरा हाल है, इसे इन दिनों खतरा आतंकवादियों से नहीं बल्कि हेवी ट्रैफिक के आने जाने  से है। अगर जल्द इस रूट को हेवी ट्रैफिक से नहीं रोका गया तो हेवी ट्रैफिक के  कंपन से कभी भी रूमी दरवाजा गिर सकता है।  नवाबज़ादा सैय्यद मासूम रज़ा ने आगे कहा की  इसे  बचाने के लिये भारत सरकार एवम  उत्तर प्रदेश की सरकार अतिशीघ्र एएसआई को उचित आदेश दे और साथ ही साथ उन्हें उचित  पैसे मुहैया कराए ताकि इस धरोहर को बचाया जा सके। उन्होंने समाज के हर तबके से अपील की के वो अपना पूरा सहयोग दें । मोबाइल : 9450657131

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