क्षेत्र के गांव मामोर झील पर बन सीवैज ट्रीटमेंट प्लांट का डीएम ने किया निरीक्षण


कैराना। मामोर झील के गंदे पानी से किसानों को निजात दिलाने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य कराया जा रहा हैं। जिलाधिकारी ने निर्माण स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। मामोर झील के गंदे पानी से गांव मामोर, मवी, पंजीठ के किसान परेशान हैं। कैराना नगर का गंदा पानी नालों के द्वारा मामोर झील में जाता हैं। बरसात के दिनों में मामोर झील ओवरफ्लो होने के बाद झील का गंदा पानी सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा फसलों को हर साल बर्बाद कर देता हैं।

गंदे पानी से किसानों को निजात दिलाने के लिए नमामि गंगे योजना के तहत गांव मवी के निकट करीब 78 करोड़ 42 लाख रुपये की लागत से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य कराया जा रहा हैं। बुधवार को डीएम जसजीत कौर निर्माणाधीन प्लांट का निरीक्षण करने पहुंची। इस दौरान डीएम ने प्लांट पर मौजूद जल निगम के अधिकारियों से निर्माण कार्यों से संबंधित जानकारी ली। डीएम ने अधिकारियों को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए। साथ ही निर्माण कार्यों में गति लाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

मौके पर पहुंची डीएम से ग्रामीणों ने प्लांट की होने वाली निकासी से भविष्य में होने वाली परेशानियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि निर्माण कंपनी प्लांट की निकासी गांव से निकालना चाहती हैं। जिसके लिए पाइप लाइन दबाने की तैयारी चल रहीं हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ज्यादातर किसानों का आवागमन इसी रास्ते से होता हैं। निकासी स्थल बनने से आने जाने के लिए भविष्य में परेशानी पैदा होगी। उन्होंने गांव के बजाय अन्य स्थान से निकासी की व्यवस्था कराएं जाने की मांग की हैं। डीएम ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान सीडीओ शंभू नाथ तिवारी व जल निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहें।

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