सिरोही जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत डिलिवरी प्वॉइंट के स्टाफ के लिए प्रशिक्षण का आयोजन स्वास्थ्य भवन के सभागार में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस दौरान जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विवेक कुमार ने प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षणार्थियों को बच्चों में होने वाली जन्मजात बीमारियों की पहचान करने का लेकर विस्तृत प्रशिक्षण दिया।
सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जन्म के समय बच्चों को कई प्रकार की बीमारियां होती हैं, जिन्हें यदि जन्म के समय ही चिन्हित कर लिया जाए तो बच्चों का तुरंत उपचार शुरू हो सकता है और जल्द ही उन्हें बीमारी से निजात मिल सकती है। प्रशिक्षण में आरबीएसके एडीएनओ डॉ. नरेश कुमार व समस्त डिलिवरी प्वॉइंट का स्टाफ मौजूद रहे। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 0 से 19 साल के बच्चों में 4डी यानि डिफेक्ट, डेफिशिएंसी, डिसऑर्डर, डिसएबिलिटी संबंधी बीमारियों को चिन्हित कर इलाज किया जाता है। बच्चों को डिलिवरी प्वॉइंट पर जन्म के समय, आंगनवाडी व सरकारी स्कूलों में स्क्रीनिंग कर चिंहित किया जाता है। आरबीएसके मोबाइल टीमों द्वारा बच्चों को चिन्हित कर इलाज के लिए भेजा जाता है। बच्चों का इलाज पूर्णतया निःशुल्क किया जाता है। सिरोही : समझो भारत न्यूज डिजिटल चैनल नई दिल्ली से राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. के.एल.परमार की रिपोर्ट
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