बेरोजगारी की समस्या के समाधान हेतु,राष्ट्रीय रोजगार नीति लागू करवाने के लिए आंदोलन का खाका तैयार, 16 अगस्त से दिल्ली में शुरू होगा बेरोजगारी के खिलाफ राष्ट्रीय रोजगार आन्दोलन


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के शाह ऑडिटोरियम, सिविल लाइन में सपन्न हुआ दो दिवसीय राष्ट्रीय रोजगार सम्मेलन, रोजगार सम्मेलन में शामिल हुए देश भर से 200 से अधिक किसान,मजदूर,श्रमिक, पत्रकार, शिक्षक, एडवोकेट्स, छात्र, युवा, महिला, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक , आदिवासी संगठनों के राष्ट्रीय,प्रदेश स्तरीय प्रतिनिधि, राष्ट्रीय रोजगार सम्मेलन मे आये देश भर के 200 से अधिक प्रमुख छात्र संगठन, युवा संगठन, शिक्षक संगठन, ट्रेड यूनियन, किसान यूनियन, महिला संगठन, LGBTIQ+, पत्रकार संगठन, दलित संगठन, आदिवासी संगठन, NGO's आदि संगठनों की सयुंक्त रोजगार आंदोलन समिति (SRAS) बनी I गत 19 दिसंबर 2021 को दिल्ली में जंतर मंतर पर हुई रोजगार संसद की तर्ज पर, 1 मई से 26 जून तक देश के सभी राज्यों की राजधानियों में होगा रोजगार संसद का आयोजन,

1 जुलाई से 31 जुलाई तक पुरे देश मे विश्वविद्यालय, कॉलेज, एवम तहसील व जिला स्तर पर निकली जाएगी रोजगार संवाद यात्रा I राष्ट्रीय रोजगार सम्मेलन में मुख्य अतिथि  के रूप में दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री माननीय श्री गोपाल राय ने कहा: बेरोजगारी के समाधान के लिए राष्ट्रीय रोजगार नीति बनाना वक्त की मांग है, देश बेरोजगारी के भयावह संकट से जूझ रहा है । बड़ी- बड़ी डिग्रियां लेकर भी युवा आज काम के लिए दर -दर भटक रहे हैं । रोजगार का नया सृजन करना तो दूर देशभर में लाखों खाली पड़ी सरकारी वेकैंसी पर भी भर्ती नहीं की जा रही है, इसके उलट भर्ती की जगह युवाओं को लाठियां मिल रही है अभी हाल ही मे पूरे देश ने देखा की किस तरह रेलवे RRB-NTPC की भर्ती को लेकर छात्रों के ऊपर बर्बर दमन किया गया I जहाँ भर्ती हो भी रही है, ठेकेदारी व्यवस्था के तहत हो रही है, जहाँ मिनिमम वेज इतना कम है की जिससे काम करने के बावजूद भी लोगो को सम्मानपूर्वक जीवन जीना मुश्किल हो रहा है, प्राइवेट सेक्टर मे भी रोजगार के नए अवसर पैदा होने की जगह छटनी की तलवार लोगों के सर मंडरा रही है I वहीं हम देख रहे है की देश के किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानून बनवाने के लिए संघर्ष करने को मजबूर हैं I जहाँ तक देश की आधी आबादी महिलाओं का प्रश्न है उनकी आर्थिक मजबूती के लिए सरकार के पास कोई कार्ययोजना नही है I बेरोजगारी की समस्या के समाधान के लिए भारत में आजादी के बाद जिस तरह की नीतियां बनाने की जरूरत थी, हमारी अब तक की सरकारों ने वैसी नीतियां नही बनाई। यही वजह है कि आजादी के सात दशक से ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद भी हमारे देश में राष्ट्रीय रोजगार नीति नहीं बन पाई है I 

पहले से ही बेरोजगारी की मार झेल रही हमारी अर्थव्यवस्था को कोरोना ने और आधिक चिंताजनक स्तिथि मे पहुचा दिया है I आज बेरोजगारी की समस्या ना सिर्फ गांव के लोगों की है बल्कि जो लोग बड़े-बड़े शहरों में रहते हैं, उनकी भी समस्या है I चाहे कोई किसी भी जाति में पैदा हुआ हो, किसी भी धर्म को मानने वाला हो, किसी भी भाषा को बोलने वाला हो, चाहे कोई किसी भी क्षेत्र का रहने वाला हो,  महिला हो, पुरुष हो या फिर ट्रांस जेंडर, कोई भी बेरोजगारी की इस मार से नहीं बच पाया है I श्री गोपाल राय ने कहा:  पिछले कई वर्षों से बेरोजगारी व आर्थिक समस्याओं को लेकर छात्र, युवा, मजदूर, किसान, महिलाएं सहित देश के तमाम संगठन अलग-अलग तरीके से संघर्ष कर रहे हैं लेकिन केंद्र की सरकार सुनने को तैयार नहीं है ऐसे समय में ये वक्त की जरूरत है

कि बेरोजगारी के खिलाफ सभी संगठन मिलकर राष्ट्रीय आंदोलन की पहल करें I राष्ट्रीय रोजगार सम्मेलन मे आये देश भर के 200 से अधिक प्रमुख छात्र संगठन, युवा संगठन, शिक्षक संगठन, ट्रेड यूनियन, किसान यूनियन, महिला संगठन, LGBTIQ+, पत्रकार संगठन, दलित संगठन, आदिवासी संगठन, NGO's आदि संगठनों की सयुंक्त रोजगार आंदोलन समिति (SRAS) बनी, SRAS के सभी सदस्यों ने देश भर के अन्य संगठनो को रोजगार आंदोलन मे जोड़ने की सामूहिक जिम्मेदारी ली I देश के सभी राज्यों में 1 मई से 26 जून तक होगा रोजगार संसद का आयोजन, जिसमें शामिल होंगे वहाँ के सभी संघर्षरत संगठन, रोजगार संसद के कार्यक्रम का  विवरण तारीख, स्थान, राज्य के अनुसार इस प्रकार है:  

तारीख          स्थान         राज्य 

01.05.2022 जयपुर,   राज्यस्थान 

08.05.2022 भोपाल,    मध्यप्रदेश 

08.05.2022 रोहतक,    हरियाणा  

08.05.2022 राँची,     झारखण्ड 

15.05.2022 भुवनेश्वर,   ओड़िशा 

22.05.2022 लखनऊ,   उत्तर प्रदेश 

22.05.2022 त्रिवंदंपुरम,  केरला 

22.05.2022 अमृतसर,  पंजाब 

22.05.2022 रायपुर,  छत्तीसगढ़ 

22.05.2022 चेन्नई,  तमिलनाडु 

05.06.2022 बेंगलोर,  कर्नाटक 

05.06.2022 कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल 

12.06.2022 श्रीनगर,  जम्मू-कश्मीर 

12.06.2022 शिमला,  हिमाचल प्रदेश  

12.06.2022 हेदराबाद,  तेलंगाना & आँध्रप्रदेश 

12.06.2022 गुवाहाटी,  असम 

12.06.2022 पटना,  बिहार 

19.06.2022 अहमदाबाद,  गुजरात 

19.06.2022 देहरादून,  उत्तराखंड 

19.06.2022 पंदजी,  गोंवा 

26.06.2022 मुंबई,  महाराष्ट्र 

1 जुलाई से 31 जुलाई तक पुरे देश मे विश्वविद्यालय, कॉलेज, एवम तहसील व जिला स्तर पर रोजगार संवाद यात्रा निकली जाएगी, जिसमें वहाँ के सभी संघर्षरत संगठन शामिल होंगे I..✍️अवध नारायण पत्रकार नई दिल्ली,

@Samjho Bharat

8010884848

7599250450

No comments:

Post a Comment