उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में थाना जगदीशपुरा थाना पुलिस हिरासत में मौत का मामला अभी तक पूरी तरह से ठंडा नहीं पड़ा है कि कासगंज जिले में भी हवालात में बंद एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है तो वहीं आनन-फानन में कासगंज एसपी रोहन पी बोत्रे ने लापरवाही के आरोप में कासगंज दरोगा और 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। यह है पूरा मामला,दरअसल कासगंज के सदर कोतवाली क्षेत्र के नगला सैयद अहरोली निवासी अल्ताफ पर एक लड़की को भगाने का आरोप था।
इस पर पुलिस युवक को पूछताछ के लिए नदरई गेट पुलिस चौकी पर ले आई थी। पुलिस के मुताबिक युवक ने टॉयलेट में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। हवालात में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने के बाद पुलिस युवक को जिला अस्पताल लेकर पहुंची थी लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक युवक अल्ताफ के पिता चाहत मियां ने बताया कि मेरे बेटे को एक दिन पहले लड़की भगाने के आरोप में सोमवार को पूछताछ के लिए पुलिस ले गई थी। उन्होंने बताया कि खुद अपने हाथों से पुलिस से बेटे को पकड़वाया दिया था। मैं भी चौकी पर पहुंचा था जहां से मुझे डांट कर भगा दिया। कर इसके बाद मेरे बड़े बेटे को थाने कोतवाली लाया गया पिता का आरोप है कि ‘मेरे बेटे को पुलिस वालों ने फांसी लगा दी।’
वहीं एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि लड़की भगाने के आरोप में अल्ताफ़ को पूछताछ के लिए लाया गया था। जब पुलिस पूछताछ कर रही थी तभी उसने बाथरूम जाने की बात कही। पुलिस ने उसे हवालात के अंदर बने बाथरूम में भेज दिया, जहां कुछ देर तक बाहर न आने पर पुलिस कर्मचारी ने अंदर जाकर देखा तो वहां उसने जैकेट के हुड में लगे नाड़े को पाइप से बांधकर अपना गला कस लिया था। उसके गले से डोरी खोल कर तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर उपचार होने के बाद उसकी मौत हो गई। जांच के दौरान प्रथम दृष्टया लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
@Samjho Bharat
8010884848
7599250450
No comments:
Post a Comment