हमारी पृथ्वी ब्रह्मांड का एकमात्र अद्भुत ग्रह है, मानव के अब तक अर्जित ज्ञान के आधार पर हमारी पृथ्वी ही ब्रह्मांड में एकमात्र जिंदा ग्रह है, जिसके कण-कण में जीवन है।


 धरती हमारी मां है, धरती सभी जीवधारियों की माँ है, यह अनुभूति हमारे अंदर रोपित है। सनातन धर्म संस्कृति में भी धरती को मां का दर्जा दिया गया है, यदि हम मां से हमेशा लेते ही रहेंगे और देंगे कभी कुछ भी नहीं, तो मां कहेगी तो कुछ नहीं लेकिन माँ का मन उदास हो सकता है। आज सबसे बड़ी आवश्यकता है धरती पर सभी जीवों के प्रति एक सकारात्मक व्यवहार को मन, वचन-कर्म में लाने की मनुष्य और अन्य जीव-जंतुओं को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन चाहिए। धरती माता ने पेड़ पौधों के माध्यम से हमें ऑक्सीजन दी है बिना पेड़ पौधों के तो ऑक्सीजन तो दूर की बात है हमें भोजन भी नहीं मिल सकता।

इसलिए हमारी संस्कृति में सदैव वृक्षों की पूजा की गई है। दुख की बात है कि, हम मनुष्यों की बेलगाम गतिविधियों का प्रभाव धरती पर मौजुद वृक्ष, जल, पशु, पक्षी अन्य सभी प्रजातियों पर पड़ रहा है। उक्त विचार निवर्तमान चेयरमैन नगरपालिका शामली अरविंद संगल ने सेंट आरसी कान्वेंट स्कूल में पृथ्वी दिवस पर आयोजित पृथ्वी रक्षा सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कहे और सेमिनार में प्रकृति व जीवन को माॅडल से समझााते हुए उन्होनें कहा कि वैज्ञानिकों का कहना है

70 वर्ष की आयु का व्यक्ति उतनी ऑक्सीजन का उपयोग कर लेता है जो 65 वृक्ष अपने जीवन काल में देते हैं। सवाल है कि आपने आज तक कितने वृक्ष लगाएं और कितने संरक्षित किए। इसी संदर्भ में उन्होंने समाज से अपील की कि, आज सम्पन्न लोगों को सामान खरीदने की मनोवैज्ञानिक बीमारी हो गई है। जिन वस्तुओं की आवश्यकता नहीं उन्हें न खरीदें और ना किसी से ले, इससे पृथ्वी के संसाधन बचेंगे संसाधनों के अनावश्यक उपयोग में से पानी बिजली कोयला सब बचाए जा सकते हैं।

गोष्ठी की शुरूआत में सरस्वती मां के सामने दीपक जलाया गया एवं


राष्ट्रगान गाया गया, गोष्ठी में आज के हालात पर वक्ताओं के द्वारा चिंता व्यक्त की गई, वर्तमान में चल रही ऑक्सीजन की कमी के विषय को लेकर भी खूब चर्चा हुई और सभी ने एकमत से नागरिकों को भी जिम्मेदारी के प्रति चेताया। सेमिनार समाप्ति के पश्चात पौधा वितरण कार्यक्रम किया गया जिसमें गमले सहित पाम, फर, ऐरोकेरिया, गिलोडला, बोटल नेक पाम, अशोक, क्यूमिन पाम, रोयल पाम, रबर, कदम, साइकस, मेरीगोल्ड के पौधे वितरित किये गये। कार्यक्रम का संचालन वेकेंटेश्वर वशिष्ठ द्वारा किया गया। कार्यक्रम में रविन्द्र पाल मलिक, कविता संगल, आशा सेठ, निशा शर्मा, मीनाक्षी, सरोज अरोरा, भारती, स्वाति चौधरी, रिचा आर्या, रीना गोयल, सुरक्षा, जसविन्दर कौर, अंजना गर्ग, हर्षित मित्तल, हरेन्द्र चैधरी, रूपाली, प्रभा रानी, रवि हुड्डा आदि उपस्थित थें।


                                                                      आर. पी. एस. मलिक

                                                                           उपप्रधानाचार्य

                                                                  सेन्ट. आर. सी. काॅन्वेंट स्कूल,

                                                                                 शामली

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