शामली। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगी के बड़े खेल का खुलासा हुआ है। यहां ऊन तहसील क्षेत्र में समिति बनाकर कुछ लोगों ने गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलवाने का झांसा दिया। इतना ही नही परिवारों को ऋण दिलाने का दावा करते हुए महिलाओं के गहनेकृजेवर तक बिकवा दिए। आरोपियों ने किश्त जारी करवाने का झांसा देकर कई महिलाओं से लाखों रूपए की ठगी की। अब पीडित परिवारों को धमकी भी दी जा रही है। मामले में डीएम से शिकायत की गई है।
मंगलवार को ऊन तहसील क्षेत्र के गांव पिंडौरा जहांगीरपुर निवासी ज्योति, मीनू, मुनेश, रज्जो, केमता आदि समेत अन्य महिलाएं शामली कलेक्ट्रेट पर पहुंची। महिलाओं ने डीएम को ज्ञापन भेजकर बताया कि क्षेत्र में कुछ लोगों ने एक सेवा समिति चला रखी है। समिति को चलाने वाले लोगों ने महिलाओं को प्रतिमाह 10 हजार रूपए का रोजगार दिलवाने का झांसा देते हुए प्रत्येक महिला से 21 हजार रूपए जमा
कराए हैं। महिलाओं को संस्था से जोड़ने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनवाने के लिए ऋण उपलब्ध कराने का झांसा भी दिया गया था। इसके तहत महिलाओं से 20 हजार रूपए भी जमा करवाए गए थे। महिलाओं ने आरोप लगाया कि रोजगार और मकान का झांसा देकर समिति के लोगों ने उनके गहनेकृजेवर भी गिरवी रख लिए हैं, लेकिन कई महीने बीतने के बावजूद भी अभी तक ना तो उन्हें काम मिला है और ना ही किसी सरकारी योजना का लाभ मिल पाया गया है। शिकायकर्ता महिलाओं ने बताया कि जब उन्होंने समिति के लोगों से पैसे और गहने वापस मांगे, तो उनके द्वारा गालीकृगलौच की जाती है। महिलाओं ने डीएम से समिति चलाकर सरकारी योजनाओं के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने भी नही की कार्रवाई
कलेक्ट्रेट पर शिकायत लेकर पहुंची महिलाओं ने बताया कि उन्होंने धोखाधड़ी के संबंध में एसडीएम ऊन से शिकायत की थी। एसडीएम ने पुलिस चैकी ऊन को जालसाजों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, लेकिन पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाई नही की है। इसके चलते अब वें दरकृदर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हैं। महिलाओं ने बताया कि पैसा मांगने पर आरोपियों द्वारा लगातार उन्हें धमकी भी दी जा रही है।
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