करनाल 23 सितंबर। किम फ्यूचर विजन सर्विसेज लिमिटेड कंपनी करनाल वासियों के साथ करोड़ों का फ्रॉड कर फरार हो गई है। हजारों निवेशक परेशान है। निवेशक संजय कुमार शर्मा, प्रेम चंद वर्मा, रामपाल एवं संजय कांबोज ने अपनी जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कंपनी संचालकों के विरुद्ध निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक करनाल को लिखित तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने और कंपनी संचालकों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।


पुलिस अधीक्षक करनाल को दी गई तहरीर में संजय शर्मा पुत्र श्रीकृष्ण शर्मा करनाल, प्रेम चन्द वर्मा पुत्र लच्छमन सिंह निवासी कस्बा झिंझाना जिला शामली यूपी, रामपाल पुत्र रिसाल सिंह गांव जानी जिला करनाल, संजय कुमार पुत्र सोमनाथ निवासी  गांव घीड जिला करनाल ने बताया कि वर्ष 2012 के सितंबर माह में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर रविंद्र सिंह सिद्धू, कंवलजीत सिंह बल , सिकदर एवं इनके दाहिने हाथ रहे अमृतसर निवासी आर एन मोर्य ने करनाल निवासी हमारे साथी/ सीनियर के माध्यम से करनाल स्थित कंपनी के ऑफिस , फस्ट फ्लोर,सैनी स्वीट्स

माल रोड़ करनाल पर मुलाकात कर बैंकिंग के रूप में अपनी कंपनी, किम इन्वेस्टमेंट लिमिटेड,किम इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स लिमिटेड में मासिक ,,वार्षिक, एकमुश्त जमा की योजनाओं , मासिक इंट्रेस्ट स्कीम आदि में निवेश कर निर्धारित निश्चित समय पर आकर्षक ब्याज के साथ मूल धन प्राप्त करने का भरोसा दिलाया था। इन लोगो ने कम्पनी को भारत सरकार के वित्त मंत्रालय आर बी आई आदि से विभिन्न संस्थानों द्वारा जारी प्रमाण पत्र दिखाते हुए निवेश करना सुरक्षित एवं बैंकिंग के समानांतर होने का विश्वास दिलाया था। इन्होंने कंपनी में अभिकर्ता के रूप में जुड़कर आजीविका चलाने को रोजगार बताया जिसके अनुसार हम लोग आश्वस्त होकर इनकी कंपनी से जुड़ गए थे। और हमने अपना ,अपने रिश्तेदारों ,मित्रों एवं आसपास के लोगों का धन इन की कंपनियों में लगवा दिया। मालूम हो कि  देशभर में स्थित इस कंपनी का सभी बिजनेस ऑनलाइन बताया जाता था। जिस कारण इस कंपनी से देशभर में  लाखों निवेशक एवं हजारों युवक अभिकर्ता के रूप में जुड़े हुए थे। निवेशकों द्वारा पैसा जमा करने पर कंपनी द्वारा निर्धारित शर्तों एवं भुगतान योग्य  कुल धन को अंकित करते हुए ओरिजिनल बांड जारी किए जाते थे। वर्ष 2016 से कंपनी ने पैसा देना बंद कर दिया था। जबकि वर्ष  2017 के अंत तक कंपनी ने पैसा लेना जारी रखा। निवेशको ने कंपनी के जारी बांड के अनुसार बोंड की परिपक्वता अवधि पूरा होने पर कंपनी के दफ्तर में यथा समय अपने ओरिजिनल बांड जमा करा कर भुगतान पाने के लिए डिमांड लगा रखी है। जिस पर कंपनी द्वारा लगातार झूठे आश्वासन मिलते रहे। और वर्ष 2018 में कंपनी ने करनाल ऑफिस बंद कर दिया। जिससे निवेशकों के सामने परेशानी बढ़ गई है। और इस प्रकार कंपनी ने देशभर के निवेशकों के साथ हजारों करोड़ का फ्राड किया है।

      पुलिस अधीक्षक करनाल को दी गई तहरीर में आरोपियों ने अपनी जान मान को खतरा बताते हुए कंपनी संचालक रविंद्र सिंह सिद्धू के जेल में बंद होने के बावजूद कंपनी के अन्य जिम्मेदार संचालकों एवं रिश्तेदारों द्वारा निवेशकों की गाढ़ी कमाई से खरीदी गई संपत्तियों को अन्यत्र बेचकर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। जिनसे पैसा वापस दिए जाने की गुहार लगाने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है। निवेशकों ने तहरीर बेकार कंपनी संचालकों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर निवेशकों का पैसा वापस दिलवाने की गुहार लगाई है।

प्रेम चन्द वर्मा

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