को श्रद्धा एवं भावपूर्ण ढंग से अपने ही घर में रहकर मनाया गया। इस बार कोरोावायरस को लेकर मंदिरों में कोई सजावट विशेष तौर पर नहीं
की गई। अपितु मंदिरों में बांके बिहारी की झांकी एवं पालना जरूर स
जा गया था। हमेशा की तरह इस बार मंदिरों में आकर्षक झांकियां नही सजाई गई। हां नन्हे-मुन्ने बच्चों को राधा कृष्ण के रूप में सजा कर भगवान कृष्ण का गुणगान श्रद्धा पूर्वक किया गया। पंचमुखी महादेव के महंत एवं ज्योतिषाचार्य पंडित नरेश चंद शर्मा ने बताया कि सभी लोगों ने अपने अपने घर में अपने ठाकुर जी को सजाया व कोरोना के चलते फासले रखते हुए मंदिरों में बांके बिहारी का पालना झुलाया, एवं दर्शन कर अपना भाव प्रकट किया।प्रेम चन्द वर्मा
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