आगरा।शहर में काम करने वाली एक एनजीओ की मानें तो बीते एक महीने में सौ से ज्यादा अजगर ताजमहल के आसपास के क्षेत्र से रेस्क्यू किए गए हैं।क्या अजगर भी ताजमहल के दीवाने हो रहे हैं. ताज के आस-पास के इलाके में दिखाई दे रहे दर्जनों अजगर की संख्या ऐसा ही संकेत दे रही है. वजह जो भी हो, लेकिन ताजमहल के पास अजगरों का कुनबा बढ़ रहा है. दूसरे इलाकों को छोड़कर अजगर, ताज के पास हरियाली की खोज में अपना ठिकाना बना रहे हैं. जिसके चलते कई बार अजगर, इंसानी आबादी के करीब नजर आ रहे हैं.वाइल्ड लाइफ इंचार्ज उमेंद्र शर्मा बताते हैं कि ये बात वाकई में चौंकाने वाली है कि बीते कुछ वक्त से ताजमहल के आसपास अजगर काफी ज्यादा नजर आने लगे हैं. इसकी एक सबसे बड़ी वजह है कि ताजमहल के आसपास के इलाके में हरियाली का बढ़ना.
वन विभाग की कोशिशों और ताज की जरूरत को देखते हुए फॉरेस्ट एरिया बढ़ाया गया है. जब हरियाली बढ़ी तो अजगर की खुराक कहे जाने वाले खरगोश और चूहे भी बढ़े. दूसरा ये कि ताजमहल के पीछे जो गांव हैं उनकी खेती और रिहाइश बढ़ गई है. जिसके चलते भी अजगरों को अपना पुराना घर छोड़ना पड़ा है.
इस तरह के अजगर खुले एरिया में बहुत आ रहे हैं उन्होंने कहा कि इसके अलावा अगर हम नजर दौड़ाएं तो आसपास के इलाकों में कंस्ट्रक्शन का काम भी हुआ है. जिसके कारण अजगर वहां पहुंचे, जहां हरियाली तैयार की गई थी. ऐसे में नए और हरियाली वाले इलाके में उसे खुराक मिलने लगी.
यमुना के रास्ते कीठम से ताजमहल आ जाते हें अजगर
आगरा में एक संस्था अजगर को रेसक्यू करने का काम कर रही है
वाइल्ड लाइफ जर्नलिस्ट अंशु पारिक बताती हैं कि आगरा में अगर सबसे ज्यादा अजगर कहीं है तो वो कीठम इलाके में है. यमुना के रास्ते, अगर बात करें तो कीठम और ताजमहल के बीच दूरी ज्यादा नहीं है. होता ये कि यमुना के रास्ते बहुत सारे अजगर, ताज के इलाके में आ गए हैं. यहां उन्हें खूब हरियाली और खुराक मिल रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि यही कुछ वजह हैं जिनके चलते ताजमहल के आसपास काफी संख्या में अजगरों को देखा जा रहा है.
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