लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई






*यह जब्र भी देखा है तारीख की नज़रों ने*

*लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई*


*मेरे दामन में अगर कुछ ना रहेगा बाकी*

*अगली नस्लों को दुआ देके चला जाओंगा*



, *विश्व विख्यात शायर स्व0 मुज़फ्फर उल इस्लाम रज़्मी*

मशहूर शेर जो आज भी अवाम के लबों पर उनकी याद दिलाता है।
उन्होंने अपनी मखलिसी की जिंदगी में एक दिवान लिखा था।

*लम्हों की खता*


शायरी की दुनिया में मुजफ्फर रज्मी साहब का नाम बड़े ही अदब ओ एहतराम  के साथ लिया जाता हैं। विदेशों तक शायरी की धाक जमाने वाले मरहूम मुजफ्फर रज्मी ने दानवीर कर्ण की नगरी कैराना को खासी पहचान दिलाई हैं। उनके लबों से निकलने वाली सुरीली आवाज ने हर आम ओ खास के दिलों पर राज किया है। उस शख्सियत की कमी शायरी की महफिलों में हमेशा खलती है। रज्मी के दिल में टीस थी किराए के आशियाने की शायरी के जरिए उनका दर्द भी छलकता था। लेकिन परिवार को आज भी अपना आशियाना नसीब नहीं हो सका। इसे विडंबना कहेंगे या कुछ और, गुरुवार को रज्मी साहब की सातवीं बरसी पर कैराना की जनता उन्हें याद नहीं कर सकीं। लेकिन रज्मी साहब के आवास पर उनके परिवार के द्वारा उनकी सातवीं बरसी मनाई गई। दानवीर कर्ण की नगरी कैराना संगीत और शायरी की दुनिया में अपना अलग ही मुकाम रखता हैं।
यहां से ताल्लुक रखने वाले भारतीय शास्त्रीय संगीत के उस्ताद अब्दुल करीम खां ने संगीत की दुनिया में जहां बुलंदिया का मुकाम छुआ, वहीं एक शायर का नाम हैं मुजफ्फर रज्मी साहब। यह 1940 में कैराना के मोहल्ला बेगमपुरा में मोहम्मद इस्हाक के घर पर जन्मे और 19 सितंबर 2012 में दुनिया कोअल विदा कह गए। करीब 72 साल की इस उम्र में मुजफ्फर रज्मी ने शायरी भाषा की दुनिया में देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक नाम कमाया। उनकी शायरी की गुनगुनाहट आज भी दुनिया के कोने कोने में सुनाई पड़ती हैं। रज्मी साहब अब दुनिया में तो नहीं रहें, लेकिन उनकी शायरी आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। उन्हें देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2004 व 2011 में खुद अपने पास बुलाकर मुलाकात की थी। वह रज्मी साहब की शायरी के बेहद कायल थे।  उनके बड़े बेटे ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी उनको अपने आप बुलाया था और आर्थिक स्थिति को देखते हुए सहायता दिलाने का वादा किया था। मगर आज भी उनका परिवार सरकारी मकान में किराये पर रहता है। जो उनकी मुखलिसी (गरीबी) की दास्तान ब्यान करता है।

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