हर हर महादेव की जयकारों के साथ अखिल भारतीय अग्रवाल समाज ट्रस्ट, शामली द्वारा चतुर्थ विशाल कांवड़ सेवा शिविर का आयोजन

✍️ रिपोर्ट: जिला ब्यूरो-चीफ शौकीन सिद्दीकी

📸 कैमरामैन: रामकुमार चौहान
📞 Mob: 9760779879, 9927203289
🌐 #samjhobharat | www.samjhobharat.com | samjhobharat@gmail.com


शामली। श्रावण मास की पवित्र बेला में जब संपूर्ण वातावरण "हर हर महादेव" के गगनभेदी उद्घोष से गुंजायमान हो उठता है, तब शिवभक्ति केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं रह जाती — वह बन जाती है सेवा, श्रद्धा और समर्पण का उत्सव। इसी दिव्य भाव को साकार करते हुए अखिल भारतीय अग्रवाल समाज (रजि.) ट्रस्ट, शामली द्वारा चतुर्थ विशाल कांवड़ सेवा शिविर का आयोजन भगवती मोबाइल, वर्मा मार्केट पर बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ किया गया।

💫 सेवा में समर्पित समाज

यह शिविर केवल शिवभक्तों की सेवा का केन्द्र नहीं, बल्कि समाज की एकता, सहयोग और संस्कारों का जीवंत प्रतीक बनकर उभरा। सेवा शिविर में स्वास्थ्य सेवाएं, शीतल जल, फलाहार, स्वच्छता व्यवस्था और यातायात प्रबंधन जैसी उत्कृष्ट व्यवस्थाएं विशेष रूप से सराहनीय रहीं।

🌸 विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति

कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने हेतु कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख थे—

  • श्री राजेश्वर बंसल (वरिष्ठ समाजसेवी, पूर्व विधायक)
  • श्री मुकेश संगल (मेपल्स अकैडमी)
  • श्री अरविंद संगल (चेयरमैन, नगर पालिका परिषद, शामली)
  • श्री मनोज मित्तल (शास्त्री स्वीट्स)
  • श्री घनश्याम दास (प्रदेश अध्यक्ष, पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल)
  • श्री अंकित गोयल (अध्यक्ष, लघु भारती)

इन सभी अतिथियों ने शिविर की सेवा भावना की सराहना करते हुए कहा — "कांवड़ सेवा, शिव की आराधना का सर्वोत्तम स्वरूप है। जब कोई थका पथिक विश्राम पाता है, जल ग्रहण करता है, तो वहीं साक्षात महादेव की कृपा दृष्टि अनुभूत होती है।"

🙏 अध्यक्षीय संदेश

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री रोबिन गर्ग ने सभी आगंतुकों, सहयोगियों और सेवा में लगे समर्पित कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा —

"सेवा ही शिव है। जब हम तन-मन से कांवड़ियों की सेवा करते हैं, तब शिव स्वयं हमारे मध्य होते हैं। यह शिविर हमारी सामाजिक एकजुटता और आध्यात्मिक निष्ठा का प्रतिबिंब है।"

🫶 समाजबंधुओं की सराहनीय सहभागिता

इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में अग्रवाल समाज के अनेक पदाधिकारी, सदस्य और युवा कार्यकर्ता सक्रिय रूप से लगे रहे। उपस्थित प्रमुख नामों में शामिल हैं—

पदाधिकारीगण:

उत्तम जिंदल (महामंत्री), रजत बिंदल (कोषाध्यक्ष), संगीत गोयल, प्रवीण गोयल (हैप्पी), नीरज संगल, राहुल तायल, सुमित बंसल, सीए आकाश गुप्ता, रवि संगल, आशीष गर्ग, अभय संगल, सुशील सिंघल, ओमप्रकाश बंसल, सात्विक संगल, सुधीर मित्तल, आशीष संगल, अरविंद गर्ग (डब्लू चावल वाले), मनोज गुप्ता, विनीत गर्ग, प्रदीप ऐरन, आकाश बंसल, अंबुज गोयल, वैभव गोयल, शुभम संगल, पियूष गर्ग, पराग गर्ग, अंकित मित्तल, अमित मित्तल, नवीन अग्रवाल, गौरव गोयल, अमित कुछल, राजेश बंसल, विनय गुप्ता, अमित गोयल, अमित जिंदल, कुलदीप गोयल, जिया लाल जी, वीरेंद्र गर्ग, मनीष मित्तल, विमल संगल, शिवाणु बंसल आदि।


इस सेवा शिविर ने न केवल भक्ति भाव को जागृत किया बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग को एकसूत्र में पिरोकर "वसुधैव कुटुम्बकम्" की भावना को भी बल प्रदान किया। समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका इस दिव्य आयोजन में सम्मिलित समस्त समाजबंधुओं को सादर नमन करता है।

जय भोलेनाथ!
हर हर महादेव!

🚩 पहली बार मंडी ज्वालागंज पर कांवड़ सेवा शिविर और विशाल भंडारा — सेवा, श्रद्धा और शिवभक्ति का अनुपम संगम 🌸

✍️ रिपोर्ट: शौकीन सिद्दीकी, जिला ब्यूरो-चीफ
📸 कैमरामैन: रामकुमार चौहान
📞 Mob: 9760779879 | 9927203289
📰 समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका


शामली | श्रावण मास में कांवड़ यात्रा का पावन स्वरूप जब नगरों से होकर गुजरता है, तो हर गली, हर मोड़ शिवभक्ति की अलौकिक ऊर्जा से भर उठता है। इसी पावन अवसर पर मंडी ज्वालागंज, शामली में पहली बार ‘मुंशी ट्रेडर्स’ के सौजन्य से भव्य कांवड़ सेवा शिविर और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसने सेवा और श्रद्धा की मिसाल पेश की।


🙏 सेवाभाव से ओतप्रोत आयोजन

इस शिविर के आयोजक मुकेश गोयल और अमित गोयल रहे, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि शिवभक्तों की सेवा में कोई कमी न रह जाए।
🕔 सेवा समय: सुबह 5 बजे से रात्रि 12 बजे तक
🥘 व्यवस्थाएं:

  • जलपान
  • शुद्ध भोजन
  • विश्राम व्यवस्था
  • प्राथमिक चिकित्सा
  • 24 घंटे सक्रिय सेवादार

इस आयोजन का उद्देश्य स्पष्ट था — "भोले के भक्तों की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है।"


🚶‍♂️ 31-31 लीटर की कांवड़ लेकर निकले अद्भुत शिवभक्त

इस शिविर में सेवा लेते हुए लिलोन निवासी आदित्य कालखंडे, लक्षित कालखंडे और अमर नजर आए, जो 9 जुलाई 2025 से अपनी 31-31 लीटर की कांवड़ लेकर पैदल यात्रा पर हैं। जैसे ही उन्होंने शामली में प्रवेश किया, वहां पर उपस्थित विधायक प्रसन्न चौधरी ने पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया और भगवान शिव से उनकी मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना की।


💔 कांवड़िये की जेब से पैसे चोरी, विधायक ने दिया सहारा

इस दौरान एक मार्मिक क्षण भी सामने आया जब विधायक की नजर एक उदास कांवड़िये पर पड़ी। पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि उसकी जेब से शरारती तत्व ने पैसे निकाल लिए हैं। यह जानकर विधायक प्रसन्न चौधरी ने उसे ₹500 भेंट करते हुए हिम्मत बंधाई और साथ ही यह सख़्त संदेश दिया —

"हम सभी शिव भक्त हैं, और किसी को कष्ट पहुँचाने वाला भोलेनाथ के कोप का भागी बनेगा।"

इस सराहनीय संवेदनशीलता ने सबका दिल जीत लिया।


👥 प्रमुख सहयोगी और सहभागी

इस आयोजन को सफल बनाने में कई सामाजिक और सेवाभावी लोगों का योगदान रहा, जिनमें प्रमुख हैं:

मुकेश गोयल, अमित गोयल, रितेश गोयल, श्याम गोयल, सीटू गोयल, अरविंद मेडिकल, नीरज संगल, योगेश गोयल, विपिन नेता जी, अरुण संगल, शशिकांत सिरोहा, शिवांश संगल, देवांश संगल, सूरज कौशिक, वरुण गोयल, गिन्नी गोयल और शौकीन सिद्दीकी


📌 कांवड़ यात्रा एक यात्रा नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है — जिसमें सेवा, विश्वास, समर्पण और सामाजिक उत्तरदायित्व एक साथ चलते हैं। मंडी ज्वालागंज का यह सेवा शिविर इसी भावना का जीवंत उदाहरण बना।


📞 संपर्क करें:
📧 samjhobharat@gmail.com
🌐 www.samjhobharat.com
📱 #samjhobharat #KawadYatra2025 #SevaShivir #ShivBhakti #MandiJwalaganj #MukeshGoyal #AmitGoyal


👉 समझो भारत — जहाँ हर सेवा, हर स्वर, हर संवाद बनता है समाज की सशक्त तस्वीर।

गौरक्षकों ने किया कावडियों का स्वागत : गाय को राष्ट्र माता घोषित करे सरकार- वीशू शर्मा

बिड़ौली। गौ रक्षक कार्यकर्ताओं द्वारा हरिद्वार से कावड लेकर आने वाले शिवभक्त कावडियों को गौरक्षों ने फल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया साथ ही शीतल जल  पिलाकर सेवा की गई। रविवार को मिली जानकारी के अनुसार गौ रक्षक कार्यकर्ताओं द्वारा हरिद्वार से कावड लेकर आने वाले शिवभक्त कावडियों को गौरक्षों ने फल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया साथ ही भारद्वाज दंडि आश्रम ऐरटी के पीठाधीश्वर स्वामी ललितानंद जी महाराज के दिशानिर्देश पर गौरक्षकों ने गऊ रक्षक जिला अध्यक्ष वीशू शर्मा के नेतृत्व मे कावडियों का स्वागत किया। 

गौरक्षक जिलाध्यक्ष एवं  कांग्रेस के यूवा जिलाउपाध्यक्ष वीशू शर्मा ऐरटी ने बताया कि जनपद मे गौवंशो की स्तिथि दयनीय है । व्यवस्था मे सुधार कराने की आवश्यकता है जिसके लिए कांग्रेस नेता अशवनी शर्मा (सींगरा) के नेतृत्व मे निवर्तमान एवं वर्तमान उपजिलाधिकारी कैराना को प्रदेश के मुख्यमन्त्री के नाम ज्ञापन भी दिये जा चुके हैं।

 गाॅय सनातन धर्म की आस्था है सरकार से मांग करते हैं कि गाॅय को राष्ट्र माता का दर्जा देने का काम करे। जिसके लिए बडे स्तर पर जनजागरण छेडा जायेगा। इस दौरान पंडित सचिन शर्मा, देवदत्त उपाध्याय,रोनित शर्मा,अंशुल शर्मा, आयुष शर्मा, निखिल शर्मा, सोनू शर्मा आदि मौजूद रहे। समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका से पत्रकार शौकीन सिद्दीकी की रिपोर्ट 
#samjhobharat 
8010884848

🐐 1 करोड़ तक का लोन और 50% सब्सिडी: यूपी सरकार की 'बकरी पालन योजना 2025' बनी पशुपालकों के लिए सुनहरा अवसर 🌿

✍️ रिपोर्ट: ज़मीर आलम, प्रधान संपादक, समझो भारत न्यूज़


क्या आप जानते हैं कि अब सिर्फ बकरी पालकर आप बन सकते हैं लाखों-करोड़ों की आमदनी वाले उद्यमी?
जी हां, उत्तर प्रदेश सरकार ने पशुपालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक बेहद फायदेमंद योजना — 'बकरी पालन योजना 2025' की शुरुआत की है, जिसके तहत 1 करोड़ रुपये तक का लोन और 50% तक की सब्सिडी दी जा रही है।


🏁 योजना की शुरुआत और उद्देश्य

यह योजना वर्ष 2023 में आरंभ की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश में पशुपालन और स्वरोजगार को बढ़ावा देना है, खासकर ग्रामीण और अर्ध-ग्रामीण क्षेत्रों में। सरकार का मानना है कि बकरी पालन एक कम लागत, अधिक मुनाफा वाला व्यवसाय है, जिससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, बल्कि महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलता है।


💸 क्या-क्या मिल रहा है इस योजना में?

  • 20 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का बैंक लोन
  • परियोजना लागत पर 50% तक की सब्सिडी
  • बकरी पालन प्रशिक्षण और मार्गदर्शन
  • लाभार्थियों को परियोजना आधारित ट्रेनिंग
  • ग्रामीण महिलाओं और युवाओं को प्राथमिकता

📋 पात्रता की शर्तें

इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रताएं ज़रूरी हैं:

  • आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • बकरी पालन की ट्रेनिंग अनिवार्य है।
  • बकरी फार्मिंग के लिए जमीन (स्वामित्व या लीज़ पर) होनी चाहिए।
  • बैंक खाता सक्रिय होना चाहिए।
  • समूह के आवेदन हेतु संस्था स्वयं सहायता समूह, एफपीओ या धारा 8 कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड होनी चाहिए।

📄 जरूरी दस्तावेज़

योजना में आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज साथ रखें:

  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक पासबुक की कॉपी
  • बकरी पालन का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
  • जमीन के कागज़ (खसरा-खतौनी या लीज़ एग्रीमेंट)
  • विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR)
  • बैंक सहमति पत्र (यदि लोन लिया गया हो)

🔢 योजना की श्रेणियां और सब्सिडी

  • 100 बकरी यूनिट: 5 बीजू बकरे अनिवार्य
  • 200 बकरी यूनिट: 10 बीजू बकरे अनिवार्य
    इन दोनों श्रेणियों में कुल लागत पर 50% सब्सिडी दी जाएगी।
    📌 उदाहरण: ₹50 लाख की परियोजना पर ₹25 लाख तक की सब्सिडी मिल सकती है।

💻 ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

  1. यूपी सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. रजिस्ट्रेशन करें और Goat Farming Scheme को चुनें।
  3. आवश्यक जानकारियाँ भरें और दस्तावेज अपलोड करें।
  4. DPR की जांच के बाद बैंक और विभाग से स्वीकृति प्राप्त करें।

📝 ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया

  • अपने जिले के पशुपालन विभाग से संपर्क करें।
  • योजना का आवेदन फॉर्म लें, भरें और जरूरी दस्तावेज़ों के साथ जमा करें।
  • विभागीय जांच और मूल्यांकन के बाद आवेदन स्वीकार किया जाएगा।

🎯 फायदे एक नजर में

✔️ 1 करोड़ तक लोन का अवसर
✔️ 50% तक सब्सिडी
✔️ स्वरोजगार के शानदार अवसर
✔️ महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भरता
✔️ पशुपालन सेक्टर को मजबूती


📌 अगर आप भी आत्मनिर्भर बनने का सपना देख रहे हैं तो यह योजना आपके लिए है! बस सही जानकारी, सही दिशा और सही दस्तावेजों के साथ शुरुआत करें।

📞 संपर्क करें:
📧 samjhobharat@gmail.com
🌐 www.samjhobharat.com
📱 #samjhobharat #BakriPalnaYojana2025 #GoatFarming #YogiSarkar #PashupalanYojana


👉 समझो भारत न्यूज़ — जहाँ सरकार की योजनाएं बनती हैं आपकी आवाज़ और जानकारी का ज़रिया।

🌸 तीज मिलन महोत्सव: समरसता प्रधान न्यूज़ द्वारा पारंपरिक रंगों से सजा भव्य आयोजन 🌸

🖋️ रिपोर्ट: जमीर आलम, प्रधान संपादक, समझो भारत न्यूज़, उत्तर प्रदेश डेस्क


बिजनौर | समरसता प्रधान न्यूज़ द्वारा जैन धर्मशाला, बिजनौर में आयोजित "तीज मिलन महोत्सव" ने पारंपरिक उत्सवों की गरिमा को नए अंदाज़ में जीवंत कर दिया। रंग-बिरंगे परिधानों, सजे हुए झूलों और सेल्फी प्वाइंट की जगमगाहट के बीच यह आयोजन सामाजिक सौहार्द, स्त्री-सशक्तिकरण और सांस्कृतिक समरसता का एक अनुपम उदाहरण बन गया।

मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई
मुख्य अतिथि दक्ष भारद्वाज की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को नई ऊंचाइयां दीं। समरसता प्रधान न्यूज़ की ओर से आयोजित इस आयोजन में महिला प्रतिभागियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा से दर्शकों की भरपूर तालियां बटोरीं।


✨ प्रमुख आकर्षण:

  • 🌺 सेल्फी प्वाइंट
  • 🎠 सजावटी झूले
  • 💡 रिंग लाइट और पारंपरिक सजावट

🏆 प्रतियोगिताएं और विजेता:

  1. तीज क्वीन प्रतियोगिता
    👑 प्रथम स्थान: भावना शर्मा
    🥈 द्वितीय स्थान: श्रुति भटनागर
    🥉 तृतीय स्थान: पूनम गोयल

  2. डांस प्रतियोगिता
    🥇 प्रथम स्थान: श्रीमती महिमा टंडन
    🥈 द्वितीय स्थान: रत्ना भारद्वाज

  3. मेहंदी प्रतियोगिता
    🌿 प्रथम स्थान: बबीता दीक्षित

  4. साड़ी मैचिंग प्रतियोगिता
    👗 प्रथम स्थान: श्रीमती प्रियंका टंडन

🎉 इसके अलावा छोटी सी नन्ही बच्ची मिस्टी ने अपनी मोहक प्रस्तुति से पूरे माहौल को उत्साह और ऊर्जा से भर दिया।


🎖️ सम्मान और निर्णायक मंडल

समरसता प्रधान न्यूज़ के संपादक प्रकाश शर्मा ने सभी विजेताओं को उपहार और प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। निर्णायक मंडल में श्रीमती पूनम रस्तोगी, श्रीमती रंजना हरित और श्रीमती अनीता शर्मा ने अपनी निष्पक्ष और उत्कृष्ट भूमिका निभाई। न्यूज़ टीम ने तीनों निर्णायकों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया।


🍽️ स्वादिष्ट भोजन और सम्मान समारोह

कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित अतिथियों को उपहार भेंट किए गए और स्वादिष्ट भोजन की विशेष व्यवस्था ने आयोजन को पूर्णता प्रदान की।


🎥 कार्यक्रम की विशेष कवरेज

इस पूरे आयोजन की शानदार कवरेज कैमरामैन रोहित और सह-संपादक यश भारद्वाज ने की, जिन्होंने इस उत्सव को कैमरे में बख़ूबी कैद किया।


🙌 आयोजक मंडल का योगदान

इस आयोजन को सफल बनाने में समरसता प्रधान न्यूज़ के सह-संपादक यश भारद्वाज, बिजनौर ब्यूरो चीफ भावना शर्मा, दक्ष भारद्वाज, रजत शर्मा सहित संपूर्ण टीम का सराहनीय योगदान रहा।


📞 Contact: 8010884848
🌐 Website: www.samjhobharat.com
📧 Email: samjhobharat@gmail.com
🔖 #samjhobharat #TeejMilan2025 #SamarsataNews


👉 आप भी जुड़िए ऐसे सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों से, जहां परंपरा मिलती है नए उत्साह से! 🌿🌼

"डॉन" के निर्देशक चंद्रा बरोट का निधन – एक 'वन-हिट वंडर' जिसने अमिताभ को 'डॉन' बनाया

✍️ समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका महाराष्ट्र से सैय्यद अल्ताफ़ की खास रिपोर्ट


मुंबई, 20 जुलाई 2025
हिंदी सिनेमा में एक ऐतिहासिक फिल्म "डॉन (1978)" से अपनी पहचान बनाने वाले निर्देशक चंद्रा बरोट अब हमारे बीच नहीं रहे। रविवार को मुंबई के गुरु नानक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वे 86 वर्ष के थे और बीते सात वर्षों से पल्मोनरी फाइब्रोसिस (फेफड़ों की गंभीर बीमारी) से जूझ रहे थे। उनकी पत्नी दीपा बरोट ने उनके निधन की पुष्टि की।


तंजानिया से मुंबई तक का सफर

बरोट का जीवन एक दिलचस्प और प्रेरणादायक यात्रा रही। नस्लीय अशांति के चलते उन्होंने तंजानिया छोड़कर भारत का रुख किया, जहां उन्होंने सिनेमा को अपना जीवन बना लिया। हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत दिग्गज अभिनेता और निर्देशक मनोज कुमार के साथ बतौर सहायक निर्देशक की। "पूरब और पश्चिम", "शोर", "रोटी कपड़ा और मकान" जैसी क्लासिक फिल्मों में उन्होंने सहयोग दिया और फिल्म निर्माण की बारीकियां सीखीं।


"डॉन" – एक हादसे से इतिहास तक

साल 1978 में चंद्रा बरोट ने अपने करियर की सबसे बड़ी छलांग ली जब उन्होंने अमिताभ बच्चन को लेकर "डॉन" का निर्देशन किया।
शुरुआत में फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर असफल घोषित कर दिया गया। फिल्म पहले हफ्ते फ्लॉप मानी गई, जिससे बरोट का दिल टूट गया। लेकिन धीरे-धीरे दर्शकों की जुबान पर "खइके पान बनारस वाला", "मैं हूं डॉन", और "ये मेरा दिल" जैसे गाने और डायलॉग चढ़ते गए। फिल्म ने रफ्तार पकड़ी और एक सर्वकालिक ब्लॉकबस्टर बन गई।

यह वही फिल्म थी जिसने अमिताभ बच्चन को 'एंग्री यंग मैन' से 'स्टाइलिश सुपरस्टार' में बदल दिया और उन्हें इंडस्ट्री का बेताज बादशाह बनाने में अहम भूमिका निभाई।


एक हिट के बाद सन्नाटा

डॉन की जबरदस्त सफलता के बाद चंद्रा बरोट को 52 फिल्मों के ऑफर मिले। लेकिन दुर्भाग्यवश, वह उस लय को बरकरार नहीं रख सके।

उन्होंने 1989 में बंगाली फिल्म "आश्रिता" और 1991 में हिंदी फिल्म "प्यार भरा दिल" का निर्देशन किया, लेकिन दोनों ही फिल्में न तो दर्शकों को लुभा सकीं और न ही बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कर पाईं।

उन्होंने "नील को पकड़ना... इम्पॉसिबल", "बॉस", और कुछ अन्य फिल्में साइन कीं, लेकिन वे अधूरी रहीं या फिर रिलीज ही नहीं हो सकीं। अंततः चंद्रा बरोट को बॉलीवुड का 'वन-हिट वंडर' कहा जाने लगा — एक ऐसा निर्देशक जिसने एक ही फिल्म बनाई, लेकिन वह फिल्म इतिहास बन गई।


मानवीय संघर्ष और सादगी

अपने जीवन के अंतिम वर्षों में बरोट शारीरिक और आर्थिक दोनों संघर्षों से जूझते रहे। जसलोक अस्पताल और बाद में गुरु नानक अस्पताल में उनका इलाज हुआ। उनकी पत्नी दीपा बरोट ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा,

"वो पिछले सात वर्षों से पल्मोनरी फाइब्रोसिस से जूझ रहे थे। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।"

बरोट का जीवन उन फिल्मकारों के लिए एक मिसाल है जो सिनेमा के जुनून में अपने जीवन की हर बाजी लगा देते हैं।


एक निर्देशक, एक फिल्म, एक युग

चंद्रा बरोट का फिल्मी योगदान भले ही सीमित रहा हो, लेकिन उनकी एक कृति "डॉन" ने उन्हें अमर बना दिया। डॉन ने सिर्फ एक फिल्म नहीं दी, बल्कि एक क्लासिक स्टाइल, संवाद अदायगी, और डबल रोल की उत्कृष्टता का मानक स्थापित किया।

आज की पीढ़ी शायद उन्हें नाम से न जाने, लेकिन जब भी पर्दे पर अमिताभ बच्चन यह कहते हैं:

"Don ko pakadna mushkil hi nahi, namumkin hai!"

तो हर सिनेप्रेमी चंद्रा बरोट को नमन करता है।


🕯️ श्रद्धांजलि

समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका की ओर से चंद्रा बरोट को विनम्र श्रद्धांजलि। उनका काम, उनकी फिल्म, और उनके संघर्ष हम सबके लिए प्रेरणा हैं।


📞 रिपोर्टर संपर्क:
सैय्यद अल्ताफ़
📍 समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका, महाराष्ट्र
📱 +91-8010884848
🌐 www.samjhobharat.com
📧 samjhobharat@gmail.com


#SamjhoBharat | #ChandraBarot | #Don1978 | #AmitabhBachchan | #BollywoodLegends | #OneHitWonder | #HindiCinemaHistory

शादी का झांसा, पहचान की जालसाजी और देह व्यापार — सफेदपोशों के संरक्षण में सक्रिय हाईटेक गैंग से सावधान रहें!

✍🏻 पत्रकार मोहम्मद अली की विशेष रिपोर्ट | समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका, शामली


शामली/सहारनपुर
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर व शामली जैसे शांत शहरों की छवि को धूमिल करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें शादी का झांसा देकर सीधे-सादे लोगों को ठगने वाला एक हाईटेक गैंग सक्रिय पाया गया है। यह गैंग न सिर्फ लोगों की भावनाओं के साथ खेल रहा है, बल्कि धोखाधड़ी, लूट और देह व्यापार जैसे गंभीर अपराधों में भी लिप्त है। हैरत की बात यह है कि इस गैंग को कथित तौर पर कुछ सफेदपोश और शौकीन मिजाज ताकतवर लोगों का संरक्षण प्राप्त है।


गैंग का संचालन और ठिकाना:

गैंग की जड़ें सहारनपुर के गंगोह कस्बे के मोहल्ला मोहम्मद गौरी, शेख साहब वाली गली से जुड़ी हैं, जबकि वर्तमान में यह परिवार शामली सिटी के हज्जीपुरा में डॉक्टर जमशेद के पास किराए के मकान में रह रहा है। यह परिवार 6 सदस्यों का है जिसमें 4 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं।
इनमें से मुख्य भूमिका निभाने वाली एक महिला की उम्र लगभग 50 वर्ष है, जो इस गिरोह की सूत्रधार मानी जा रही है। इसके साथ ही उसकी दो बेटियां (उम्र 28 और 20 वर्ष), एक पोती (उम्र 18 वर्ष) और एक बेटा (उम्र 32 वर्ष) गैंग का हिस्सा हैं।

इस महिला का पुत्र, जो हरियाणा के पानीपत जिले के थाना किला में एक दर्ज आपराधिक मुकदमे में वारंटेड अपराधी है, इस गिरोह की बाहरी गतिविधियों को अंजाम देता है।


गैंग का काम करने का तरीका:

गैंग पूरी योजना के साथ उन पुरुषों को निशाना बनाता है जो या तो तलाकशुदा हैं, जिनकी पत्नी की मृत्यु हो चुकी है, या जो अविवाहित हैं और उम्रदराज हो चुके हैं।
उन्हें पहले प्यार और रिश्ते के झूठे वादे से फंसाया जाता है। फिर शादी का झांसा देकर उनसे धन, जेवर, उपहार, और यहां तक कि बैंक की डिटेल्स तक ले ली जाती है। जब तक शिकार को पूरी तरह लूटा नहीं जाता, तब तक यह गैंग उसे भावनात्मक तौर पर बांधे रखता है, और जैसे ही इनका मकसद पूरा होता है – वे गायब हो जाते हैं।

यह गैंग आधुनिक तकनीकों का भी प्रयोग करता है – जैसे मोबाइल ऐप्स, सोशल मीडिया, फेक आईडी, और गुप्त कॉलिंग सर्विसेज – ताकि ट्रेस न किया जा सके।


शिकार बने कुछ नामी लोग और घटनाएं:

पूर्व में इस गैंग द्वारा शिकार बनाए गए कुछ व्यक्तियों के नाम और घटनाएं इस प्रकार हैं:

  1. इसराना निवासी, इस्लामनगर (वर्ष 2014) – महिला की संलिप्तता
  2. इजहार अहमद, बरखंडी रोड शामली (वर्ष 2017) – 50 वर्षीय महिला द्वारा
  3. आसिफ चौधरी, गुज्जर वाड़ा गंगोह (वर्ष 2017) – पुत्री न. 4 द्वारा
  4. हाजी शमशीर, मौला सैयद दान, गंगोह (वर्ष 2020) – पोती द्वारा
  5. ताहिर चौधरी, गढ़ी दौलत शामली (वर्ष 2022) – मामला न्यायालय सहारनपुर में विचाराधीन
  6. इसरार, बड़गांव (वर्ष 2025) – पुत्री न. 2 द्वारा

ये केवल कुछ उदाहरण हैं। आशंका है कि ऐसे दर्जनों लोग इस गैंग का शिकार बन चुके हैं जो समाज में इज्जतदार और सीधे-साधे समझे जाते हैं।


देह व्यापार और सफेदपोशों का संरक्षण:

जांच में यह भी उजागर हुआ है कि यह गैंग न केवल आर्थिक अपराधों में लिप्त है, बल्कि लंबे समय से देह व्यापार जैसी संगीन गतिविधियों को भी अंजाम दे रहा है। इनकी सुरक्षा और संचालन में कुछ प्रभावशाली लोग, सफेदपोश और उच्चपदस्थ शौकीन तबका शामिल होने की खबर है, जो इन अपराधियों को कानूनी शिकंजे से बचाने में मदद करता है।


आमजन से अपील:

"समझो भारत" समाचार पत्रिका के माध्यम से आमजन से अपील की जाती है कि यदि आपके आसपास कोई संदेहास्पद गतिविधियां चल रही हैं, या उपरोक्त गिरोह की किसी भी गतिविधि की जानकारी है, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस गैंग से सावधान रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।

यह एक सामाजिक, नैतिक और कानूनी कर्तव्य है कि ऐसे अपराधियों का भंडाफोड़ किया जाए और समाज को एक सुरक्षित दिशा में ले जाया जाए।


📞 रिपोर्टर संपर्क:
पत्रकार मोहम्मद अली
📍 समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका, शामली
📱 +91-8010884848
🌐 www.samjhobharat.com
📧 samjhobharat@gmail.com


आपका एक कदम – समाज को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में बड़ा योगदान हो सकता है!
#SamjhoBharat #CrimeAlert #Saharanpur #Shamli #MarriageFraud #DehVyaparExpose #सफेदपोश_की_हकीकत