भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध आज़ादी जैसे आंदोलन की जरूरत – मास्टर विजय सिंह

मुजफ्फरनगर।

79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिव चौक पर एक अनोखा और ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला। यहां बीते 30 वर्षों से भ्रष्टाचार और भूमाफियाओं के खिलाफ धरना दे रहे मास्टर विजय सिंह ने अपने साथियों और बच्चों के साथ 30वीं बार तिरंगा फहराया। इस दौरान उन्होंने आज़ादी के आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बलिदान को याद किया और कहा कि आज देश को एक नए “आजादी आंदोलन” की जरूरत है, लेकिन यह आंदोलन भ्रष्टाचारियों और माफियाओं के खिलाफ होना चाहिए।

धरना स्थल पर आयोजित मीटिंग में मास्टर विजय सिंह ने कहा कि भारत में जहां विकास के नाम पर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, वहीं भ्रष्टाचार उतनी ही तेजी से बढ़ रहा है। नेताओं, अधिकारियों, इंजीनियरों और ठेकेदारों की मिलीभगत से सरकारी निर्माण कार्यों में 25% से 40% तक कमीशन लिया जा रहा है। नतीजा यह है कि सड़कों, पुलों और भवनों की गुणवत्ता गिर रही है और समयसीमा का पालन भी नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में माफियागिरी हावी है, टैक्स बढ़ने से महंगाई चरम पर है और आमजन बुरी तरह परेशान है।

स्तंभकार रोहित कौशिक ने इस मौके पर कहा कि हमें स्वतंत्रता दिवस पर यह सोचना होगा कि पिछले 70-75 वर्षों में जो विकास हुआ है, क्या वह वास्तविक विकास है? उन्होंने सवाल उठाया कि यदि आज भी दलितों और महिलाओं के साथ शोषण की घटनाएं सामने आती हैं तो क्या हम स्वतंत्रता का असली उद्देश्य प्राप्त कर पाए हैं? उन्होंने कहा कि आत्मिक और सामाजिक विकास के बिना आज़ादी अधूरी है।

कार्यक्रम में रोहित कौशिक के अलावा मनोज कुमार, संदीप कुमार, हनी कुमार, पंकज, रामकुमार, सुमित कुमार, हरीश कुमार, रवि सिंह और श्यामलाल मौजूद रहे। सभी ने मिलकर शहीदों को नमन किया और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया।


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✍️ मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) से पत्रकार ज़मीर आलम की विशेष रिपोर्ट
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