आगरा, उत्तर प्रदेश | 18 अगस्त 2025
उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक शहर आगरा में आज से ज़मीन और मकानों की रजिस्ट्री नए सर्किल रेट पर होगी। ज़िला प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 18 अगस्त 2025 से लागू इन दरों में 50% तक की बढ़ोतरी की गई है। इसका सीधा असर अब ज़मीन खरीदने, मकान बनाने और रजिस्ट्री कराने वाले लोगों की जेब पर पड़ेगा।
📌 क्या है सर्किल रेट?
सर्किल रेट को सरकार द्वारा तय की गई न्यूनतम कीमत कहा जाता है, जिस पर ज़मीन या मकान की रजिस्ट्री की जाती है। यह दर बाज़ार भाव से अलग हो सकती है, लेकिन रजिस्ट्री इसी न्यूनतम दर पर की जाती है। इसका उद्देश्य रियल एस्टेट में पारदर्शिता बनाए रखना और राजस्व की चोरी रोकना है।
📈 50% तक बढ़े दाम
आगरा के ज़िला अधिकारी (डीएम) ने स्पष्ट किया है कि कई इलाकों में ज़मीन के दाम 50% तक बढ़ा दिए गए हैं।
➡️ जहां पहले किसी ज़मीन का सर्किल रेट 10 लाख रुपये था, अब वही ज़मीन 15 लाख रुपये के नए सर्किल रेट पर रजिस्टर्ड होगी।
➡️ यह बढ़ोतरी खासतौर से उन इलाकों में की गई है, जहां रियल एस्टेट मार्केट में तेजी है और ज़मीन की मांग अधिक है।
🌐 ऑनलाइन उपलब्ध नए रेट
लोगों की सुविधा के लिए नए सर्किल रेट को एनआईसी (NIC) की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।
कोई भी नागरिक अपने क्षेत्र का सर्किल रेट ऑनलाइन आसानी से देख सकता है।
💰 जनता पर असर
नए सर्किल रेट लागू होने के बाद:
- 🏠 ज़मीन खरीदने वालों को अधिक रजिस्ट्री शुल्क और स्टाम्प ड्यूटी देनी होगी।
- 🏘 मकानों की खरीद-फरोख्त महंगी हो जाएगी।
- 🏗 बिल्डरों और डेवलपर्स की नई योजनाओं की कीमत भी बढ़ सकती है।
- 💵 सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी।
🏘 रियल एस्टेट पर असर
रियल एस्टेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से शॉर्ट टर्म में ज़मीन की बिक्री पर असर पड़ेगा, क्योंकि लोग अभी की तुलना में अधिक कीमत चुकाने को मजबूर होंगे। हालांकि, लंबी अवधि में इससे बाज़ार में पारदर्शिता आएगी और कालाबाज़ारी पर रोक लगेगी।
📢 प्रशासन का बयान
डीएम ने कहा—
“नए सर्किल रेट को इलाके की वास्तविक बाज़ार परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है। इसका उद्देश्य रियल एस्टेट में पारदर्शिता लाना और सरकारी राजस्व को मज़बूत करना है।”
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. सर्किल रेट कैसे चेक करें?
👉 आप अपने ज़िले के सर्किल रेट को एनआईसी (NIC) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं। वहाँ ज़मीन के प्रकार और क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग दरें उपलब्ध हैं।
2. नए सर्किल रेट का सीधा असर किस पर होगा?
👉 मकान और ज़मीन खरीदने वालों पर। उन्हें पहले से ज्यादा रजिस्ट्री शुल्क और स्टाम्प ड्यूटी देनी होगी।
3. क्या रियल एस्टेट महंगा हो जाएगा?
👉 हाँ, नए सर्किल रेट से ज़मीन और मकान की लागत बढ़ जाएगी। हालांकि, इससे सरकार का राजस्व बढ़ेगा और रियल एस्टेट कारोबार में पारदर्शिता आएगी।
4. क्या सभी इलाकों में 50% की बढ़ोतरी हुई है?
👉 नहीं। यह बढ़ोतरी इलाकों की मांग और बाज़ार स्थिति के आधार पर अलग-अलग तय की गई है। कुछ जगहों पर दरें कम बढ़ाई गई हैं, जबकि कुछ जगहों पर अधिक।
✍️ रिपोर्ट: आमिर खान
📌 “समझो भारत” राष्ट्रीय समाचार पत्रिका, आगरा (उत्तर प्रदेश)
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