✍ रिपोर्टर: शाकिर अली
समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका | बिड़ौली/झिंझाना
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सदियों से भारत की संस्कृति और अध्यात्म का आधार रहे हैं – गुरु और शिष्य परंपरा। इस परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने और आत्मा के विकास की दिशा में प्रेरित करने का कार्य कर रहे हैं संत स्वरूपानंद गिरी जी, जिन्होंने मंगलवार शाम को सत्संग के दूसरे दिन श्रद्धालुओं को जीवन और अध्यात्म का मार्गदर्शन दिया।
🌼 गुरु – आत्मा की आंखें, मन की मशाल
संत स्वरूपानंद गिरी जी ने अपने प्रवचन में कहा:
"आध्यात्मिक गुरु सिर्फ शिक्षक नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि सद्गुरु की कृपा से न केवल जीवन की दिशा बदलती है, बल्कि मन भी शुद्ध और सात्विक होता है। सद्गुरु वही हैं, जो योग्य नहीं होने पर भी शिष्य को योग्य बना दें।
🧘 मन, आत्मा और मोक्ष की राह
संत जी ने मन और आत्मा के अंतर को समझाते हुए कहा:
- मन भटकाव पैदा करता है,
- आत्मा शांति की खोज करती है।
- आध्यात्मिक गुरु इस भटकाव को दिशा में बदलते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रेम करो तो मीरा जैसा,
भक्ति करो तो हनुमान जैसी,
प्रतीक्षा करो तो शबरी जैसी,
शिष्य बनो तो अर्जुन जैसा,
और मित्र बनो तो सुदामा जैसा।
✨ भगवान का अनुभव – दिखते नहीं, पर महसूस होते हैं
संत जी ने सुंदर दृष्टांत देते हुए कहा कि:
“भगवान ऐसे हैं जैसे दूध में मक्खन, शरबत में चीनी, या पंखे की हवा – दिखाई नहीं देते, लेकिन गहराई से महसूस किए जा सकते हैं।”
भगवान को जानना है तो धैर्य, विश्वास और धर्म के पथ पर चलना होगा।
🌸 भजन संकीर्तन और आरती से वातावरण हुआ भक्तिमय
सत्संग के समापन पर भजन गायक आनंद चंचल, उत्तम नारंग, संजय मित्तल, ललित, नीलम, ममता, संगीता, और राजकोर ने भावपूर्ण भजनों की प्रस्तुति दी। इसके बाद भगवान की आरती और प्रसाद वितरण किया गया, जिससे समस्त श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे।
🔔 गुरु पूर्णिमा उत्सव – 10 जुलाई को हवन व भंडारे का आयोजन
धार्मिक भक्त समाज के नगर अध्यक्ष विजय गुप्ता ने बताया कि
10 जुलाई, बृहस्पतिवार को हवन यज्ञ और भंडारे के साथ गुरु पूर्णिमा का विशेष उत्सव मनाया जाएगा। यह दिन गुरु की महिमा को समर्पित होगा – आभार, सम्मान और समर्पण का प्रतीक।
📿 निष्कर्ष:
संत स्वरूपानंद गिरी जी का संदेश आज की व्यस्त और तनावग्रस्त जीवनशैली में आध्यात्मिक ठहराव और मानसिक शांति की खोज करने वालों के लिए दीपस्तंभ है। उन्होंने सिखाया कि सोच को बड़ा बनाओ, दुख छोटा हो जाएगा, और गुरु की कृपा से जीवन की दिशा ही बदल सकती है।#SantSwarupanandGiri
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📌 विशेष रिपोर्ट: शाकिर अली, समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
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