शामली/सहारनपुर –
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर व शामली जैसे शांत शहरों की छवि को धूमिल करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें शादी का झांसा देकर सीधे-सादे लोगों को ठगने वाला एक हाईटेक गैंग सक्रिय पाया गया है। यह गैंग न सिर्फ लोगों की भावनाओं के साथ खेल रहा है, बल्कि धोखाधड़ी, लूट और देह व्यापार जैसे गंभीर अपराधों में भी लिप्त है। हैरत की बात यह है कि इस गैंग को कथित तौर पर कुछ सफेदपोश और शौकीन मिजाज ताकतवर लोगों का संरक्षण प्राप्त है।
गैंग का संचालन और ठिकाना:
गैंग की जड़ें सहारनपुर के गंगोह कस्बे के मोहल्ला मोहम्मद गौरी, शेख साहब वाली गली से जुड़ी हैं, जबकि वर्तमान में यह परिवार शामली सिटी के हज्जीपुरा में डॉक्टर जमशेद के पास किराए के मकान में रह रहा है। यह परिवार 6 सदस्यों का है जिसमें 4 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं।इनमें से मुख्य भूमिका निभाने वाली एक महिला की उम्र लगभग 50 वर्ष है, जो इस गिरोह की सूत्रधार मानी जा रही है। इसके साथ ही उसकी दो बेटियां (उम्र 28 और 20 वर्ष), एक पोती (उम्र 18 वर्ष) और एक बेटा (उम्र 32 वर्ष) गैंग का हिस्सा हैं। इस महिला का पुत्र, जो हरियाणा के पानीपत जिले के थाना किला में एक दर्ज आपराधिक मुकदमे में वारंटेड अपराधी है, इस गिरोह की बाहरी गतिविधियों को अंजाम देता है।
गैंग का काम करने का तरीका:
गैंग पूरी योजना के साथ उन पुरुषों को निशाना बनाता है जो या तो तलाकशुदा हैं, जिनकी पत्नी की मृत्यु हो चुकी है, या जो अविवाहित हैं और उम्रदराज हो चुके हैं।
उन्हें पहले प्यार और रिश्ते के झूठे वादे से फंसाया जाता है। फिर शादी का झांसा देकर उनसे धन, जेवर, उपहार, और यहां तक कि बैंक की डिटेल्स तक ले ली जाती है। जब तक शिकार को पूरी तरह लूटा नहीं जाता, तब तक यह गैंग उसे भावनात्मक तौर पर बांधे रखता है, और जैसे ही इनका मकसद पूरा होता है – वे गायब हो जाते हैं।
शिकार बने कुछ नामी लोग और घटनाएं:
पूर्व में इस गैंग द्वारा शिकार बनाए गए कुछ व्यक्तियों के नाम और घटनाएं इस प्रकार हैं:- इसराना निवासी, इस्लामनगर (वर्ष 2014) – महिला की संलिप्तता
- इजहार अहमद, बरखंडी रोड शामली (वर्ष 2017) – 50 वर्षीय महिला द्वारा
- आसिफ चौधरी, गुज्जर वाड़ा गंगोह (वर्ष 2017) – पुत्री न. 4 द्वारा
- हाजी शमशीर, मौला सैयद दान, गंगोह (वर्ष 2020) – पोती द्वारा
- ताहिर चौधरी, गढ़ी दौलत शामली (वर्ष 2022) – मामला न्यायालय सहारनपुर में विचाराधीन
- इसरार, बड़गांव (वर्ष 2025) – पुत्री न. 2 द्वारा
ये केवल कुछ उदाहरण हैं। आशंका है कि ऐसे दर्जनों लोग इस गैंग का शिकार बन चुके हैं जो समाज में इज्जतदार और सीधे-साधे समझे जाते हैं।
देह व्यापार और सफेदपोशों का संरक्षण:
जांच में यह भी उजागर हुआ है कि यह गैंग न केवल आर्थिक अपराधों में लिप्त है, बल्कि लंबे समय से देह व्यापार जैसी संगीन गतिविधियों को भी अंजाम दे रहा है। इनकी सुरक्षा और संचालन में कुछ प्रभावशाली लोग, सफेदपोश और उच्चपदस्थ शौकीन तबका शामिल होने की खबर है, जो इन अपराधियों को कानूनी शिकंजे से बचाने में मदद करता है।आमजन से अपील:
"समझो भारत" समाचार पत्रिका के माध्यम से आमजन से अपील की जाती है कि यदि आपके आसपास कोई संदेहास्पद गतिविधियां चल रही हैं, या उपरोक्त गिरोह की किसी भी गतिविधि की जानकारी है, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस गैंग से सावधान रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।
यह एक सामाजिक, नैतिक और कानूनी कर्तव्य है कि ऐसे अपराधियों का भंडाफोड़ किया जाए और समाज को एक सुरक्षित दिशा में ले जाया जाए।
📞 रिपोर्टर संपर्क:
पत्रकार मोहम्मद अली
📍 समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका, शामली
📱 +91-8010884848
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