बिडोली(शामली) गंगा दशहरा के नाम से विख्यात मेला हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है जो आमतौर पर जून के महीने में पड़ता है खादर क्षेत्र के बड़े भूभाग में ज्येष्ठ माह का यह दशहरा यमुना नदी के विभिन्न घाटों पर लगता है जिसमें श्रद्धालु स्नान के साथ-साथ यहां लगने वाले बड़े-बड़े मेलों का भी आनंद उठाते हैं इस बार बृहस्पतिवार को लगने वाला यह दशहरे का मेला हर साल की तुलना में काफी अधिक बड़ा था क्योंकि इस बार पिछले कई वर्षों की तुलना में बहुत ज्यादा श्रद्धालुओं ने यमुना नदी में डुबकी लगाकर अपने पुण्य कर्मों में इजाफा किया
मेरठ करनाल हाईवे पर पड़ने वाले हरियाणा बॉर्डर पर बिडोली के यमुना नदी पर सैकड़ो वर्षों से दशहरे के मेले का आयोजन होता चला आ रहा है जिसमें उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों के अलावा भी कई राज्यों से श्रद्धालु यहां दशहरे के अवसर पर पहुंचते हैं तथा यमुना नदी में स्नान के बाद पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं उसके बाद यहां लगने वाले मेले में जमकर लुफ्त उठाते हैं पिछले कई वर्षों की तुलना में इस वर्ष मेला काफी बड़ा था इस बार श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में यहा पहुंचे और दिन भर मेले में लोगों ने जमकर खरीदारी की शासन प्रशासन की व्यवस्थाएं भी काफी दुरुस्त थी लेकिन फिर भी पब्लिक अपेक्षा से अधिक आने के कारण और पुराना यमुना पुल मरम्मत के कारण बंद होने के चलते एक ही पुल से आना और जाना था जिस कारण लगभग सारा दिन श्रद्धालुओं को जाम की स्थिति से ही गुजरना पड़ा दिन में एक बार तो यह जाम 3 से 5 किलोमीटर तक लंबा हो गया था लेकिन फिर आहिस्ता आहिस्ता प्रशासन ने फुर्ती दिखाते हुए इसे बड़ी मशक्कत के बाद जाम को समाप्त कराया लेकिन फिर भी पैदल और बाइक वालों श्रद्धालुओं के अलावा अन्य वाहनों को निकलने में कई कई घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी भीड़ का आलम यह था की लोग एक दूसरे को चीरते हुए लोगों को आगे बढ़ाना पड़ रहा था। समझो भारत न्यूज से पत्रकार शाकिर अली की रिपोर्ट
#samjhobharat
8010884848
No comments:
Post a Comment