जनपद की शामली सिटी के वीवी इंटर कालेज में चल रहे मेले आने वालों दर्शकों की सुरक्षा रामभरोसे हैं जहा अब स्वयं ही सचेत रहते हुए मेले में जाएं। इस विवादित मेले में पहले छींटाकशी को लकर दो पक्षों में जमकर संघर्ष हो चुका है और बाउंसरों ने कई लड़कों को घसीट-घसीटकर पीटा था। बाद में पुलिस ने चार लड़कों को हिरासत में लिया था। शामली शहर में शिक्षा के मंदिर वीवी इंटर कॉलेज में एक कमर्शियल मेला लगा हुआ है जो उद्घाटन के दिन से ही विवादों में चल रहा है। आलम यह है कि मेले में भीड़ नहीं पहुंचने के कारण हलवा पराठा का दुकानदार अपना सामान समेटकर वहां से चंपत हो गया। वहीं मेले में व्यंजनों के स्टॉल पर घरेलू एलपीजी सिलेंडरों को लेकर हुए विवाद बन गया। अग्निशमन यंत्रों न नहीं होने पर जब मीडिया ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया तो प्रशासन हरकत में आया था। डीएम के आदेश पर व्यवस्थाएं कुछ दुरूस्त हुई। लेकिन मेले में पहुंच रहे कुत्सित मानसिकता के लोगों के कारण मेला फिर विवादों में आ गया। तीन दिन पहले छींटाकशी को लेकर मेले में दो पक्षों में झगड़ा होने पर अफरा-तफरी मच गई थी। बीच में पहुंचे बाउंसरों ने भी कई लड़कों को घसीट-घसीटकर पीटा था जिसमें कई लड़कों को चोट आई थी और कपड़े आदि फट गए थे। बाद में पुलिस चार लड़कों को हिरासत में ले गई थी। वैसे तो मेला बेरौकन चल रहा है, भीड़ नहीं आने के कारण दुकानदार, झूले वाले आदि यहां पहुंचकर ही पछता रहे हैं। लेकिन सोमवार को ईद उल अजहा का पर्व है इसलिए भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। ऐसे में शहर व देहात के आने वाले लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। मेले में कुत्सित मानसिकता के लोगों के कारण वहां माहौल बिगड़ सकता है। जिसको लेकर मेले में अफरा-तफरी का माहौल बन सकता है।
आग बुझाने का पानी के लिए रखे गए ड्रमों में मेला के स्टाप ने भर दिया कूडा
मेले में अग्निशमन यंत्रों को लेकर कड़े दिशा निर्देश दिए गए हैं। दमकल विभाग ने मेले की अनुमति के लिए अपनी एनओसी दे रखी है।लेकिन मेले में आग बुझाने के लिए विभाग की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किया गया है। इसके अलावा मेला आयोजकों ने भीषण गर्मी में शॉर्ट सर्किट या अन्य कारणों से आग लगने पर आग बुझाने के यंत्रों की नाकाफी इंतजाम किए हैं।
अधिकारियों की फटकार के बाद आयोजकों ने प्लास्टिक के ड्रमों में पानी और एक बाल्टी जरूर रखी है लेकिन उन्हे लोगों ने कूडे से भर दिया। यह मेला आयोजकों की बड़ी लापरवाही है। यदि आग लगी तो कुडेÞ से आग बुझाएंगे या पानी से यह एक सवाल है।
वहीं आग बुझाने के सिलेंडर भी नाकाफी हैं। इतने बड़े आयोजन में दमकल विभाग की तरफ से गाड़ी की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिए। समझो भारत न्यूज शामली उत्तर प्रदेश से पत्रकार शौकीन सिद्धिकी के साथ प्रैस फोटोग्राफर तल्हा मिर्ज़ा की रिपोर्ट
आग बुझाने का पानी के लिए रखे गए ड्रमों में मेला के स्टाप ने भर दिया कूडा
मेले में अग्निशमन यंत्रों को लेकर कड़े दिशा निर्देश दिए गए हैं। दमकल विभाग ने मेले की अनुमति के लिए अपनी एनओसी दे रखी है।लेकिन मेले में आग बुझाने के लिए विभाग की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किया गया है। इसके अलावा मेला आयोजकों ने भीषण गर्मी में शॉर्ट सर्किट या अन्य कारणों से आग लगने पर आग बुझाने के यंत्रों की नाकाफी इंतजाम किए हैं।
अधिकारियों की फटकार के बाद आयोजकों ने प्लास्टिक के ड्रमों में पानी और एक बाल्टी जरूर रखी है लेकिन उन्हे लोगों ने कूडे से भर दिया। यह मेला आयोजकों की बड़ी लापरवाही है। यदि आग लगी तो कुडेÞ से आग बुझाएंगे या पानी से यह एक सवाल है।
वहीं आग बुझाने के सिलेंडर भी नाकाफी हैं। इतने बड़े आयोजन में दमकल विभाग की तरफ से गाड़ी की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिए। समझो भारत न्यूज शामली उत्तर प्रदेश से पत्रकार शौकीन सिद्धिकी के साथ प्रैस फोटोग्राफर तल्हा मिर्ज़ा की रिपोर्ट
samjhobharat
8010884848
No comments:
Post a Comment