हालांकि एक या दो उदाहरण पूरे समाज का आईना नहीं होते पर ट्रेन्ड ऐसे ही शुरू होते हैं और बाद में उनका सामान्यीकरण हो जाता है

मेहन्दी, विवाह, गर्भावस्था जैसे पवित्र अवसरों व संस्कारो को धीरे धीरे जिस तरह से मार्केटिंग के जरिये अपमानित किया गया है वो आये दिन गाहे बगाहे दिखता ही है

हैरानी की बात है कि महिलाएं भी इसमें कही से कम नही है

अभी एक तस्वीर देखी कि एक महिला ने अंग विशेष और स्तनों तक पर मेहंदी लगवा रखी है, न केवल लगवा रखी है बल्कि भौंडा प्रदर्शन भी चालू है

हम उस दौर में है जब नंगई का सामान्यीकरण जारी है

एक दिन वह भी आएगा जब प्री वेडिंग के जैसे प्री संभोग भी खुले आम दिखाया जाएगा

समाज में अति आधुनिक दिखने व मर्दवाद से होड़ की चुल्ल स्त्रियों को उस स्तर पर ले जा रही है जहाँ एक वक्त ऐसा आएगा कि स्त्रियों के लिए देवी का सम्बोधन महज औपचारिकता रह जायेगा
बेहद दुःखद
#samjhobharat
8010884848

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