पीएम प्रशस्ति पत्र से सम्मानित हुए एसडीएस विद्यालय के 15 छात्र


जनवरी माह में आयोजित पीएम मोदी की ऑनलाइन परीक्षा "परीक्षा पे चर्चा" में हाईस्कूल व इंटर के 80 बच्चों ने किया था प्रतिभाग परीक्षा में 15 छात्र हुए थे सफल

झिंझाना 10 जून :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजे गए 15 प्रशस्ति पत्रों को आज एसडीएस विद्यालय के छात्रों को वितरित किया गया। विद्यालय के पदाधिकारियों और स्टाफ की ओर से भी परीक्षा में उत्तीर्ण हुए सभी छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।

        करनाल हाईवे की बगल में स्थित झिंझाना के एसडीएस कॉन्वेंट स्कूल में आज शनिवार को विद्यालय के कार्तिक रावल, अक्षित चौहान, राजन चौधरी, अश्मीत पांचाल, इनाम रावल, अवि मलिक, शारिब खान, रोहित तोमर, सावन, समद, सत्यम कुमार, सागर, रणजोत सिंह, अनमोल कुमार और रितिक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजे यह प्रशस्ति पत्रों को वितरित किया गया। विद्यालय से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि "परीक्षा पे चर्चा" नामक परीक्षा में विद्यालय के 80 छात्रों ने प्रतिभाग किया था, जिनमें से उपरोक्त 15 छात्रों ने उत्तम प्रदर्शन किया था।  विद्यालय के प्रधानाचार्य सतीश भटनागर ने बताया कि जनवरी महीने में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा "परीक्षा पे चर्चा" नामक ऑनलाइन परीक्षा कराई गई थी जिसमें हाईस्कूल और इंटर के 80 छात्रों ने प्रतिभाग किया था। परीक्षा में 15 छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था जिनको आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजे गए प्रशस्ति पत्रों से सम्मानित किया गया है। विद्यालय के प्रबंधक श्रीपाल चौहान और चेयरमैन डॉक्टर लोकेश तथा प्रधानाचार्य सतीश भटनागर और कॉलेज के सभी अध्यापकों ने चयनित सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की है। इस अवसर पर रविन्द्र मलिक, सुमित चौहान, शुभम चौहान, अर्पित गोयल, अंकुर कुमार, मोहिनी, विशाखा सैनी, अंशिका गोयल, अलका सैनी, भुज्वीर सिंह, पंकज गर्ग, दीपक कुमार आदि स्टाफ मौजूद रहा |



        समृद्ध भारत के लिए पंचप्राण


  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशन में "परीक्षा पे चर्चा" ऑनलाइन कराई गई परीक्षा का उद्देश्य भारत को समृद्ध और शक्तिशाली बनाते हुए युवा शक्तियों के विचार सम्मिलित करना है। अगले 25 वर्षों की अमृत काल की यात्रा के साथ हम अपने स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष में प्रवेश करेंगे। आइए हम सब मिलकर इस पूरे कालखंड को देश के लिए निर्णायक और अविस्मरणीय बनाएं। इस संकल्प की सिद्धि के लिए पंचप्राण को अपनाते हुए हमें आगे बढ़ना है। यह पांच सिद्धांत हमारे भारत को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेंगे। 

       

              कौन से हैं पांच सिद्धांत


 विकसित भारत का विराट संकल्प, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, अपनी विरासत पर गर्व, एकजुटता को सुदृढ़ रखना और कर्तव्य निर्वहन को प्राथमिकता। संवाददाता धर्मेंद्र सिंह समझो भारत न्यूज़


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