झिंझाना 20 मार्च : पिछले 3 दिनों से बिगड़ते मौसम की वजह से गेहूं और सरसों की तैयार खड़ी फसल को अधिकांश रूप से नुकसान होने की संभावना है जबकि कुछ जगह बारिश फायदेमंद होने की भी बात कही जा रही है।
मौसम में अचानक आये बदलाव की वजह से शनिवार से ही बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। हालांकि रविवार के दिन इस क्षेत्र में बारिश नहीं हुई
वही रविवार सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड़ा और रुक रुक कर पूरे दिन बारिश चलती रही इसके अलावा तेज हवाएं भी चलते रही।
कस्बे के पूर्व चेयरमैन राकेश गोयल ने बताया कि हवा ज्यादा तेज नहीं है और इस बारिश से एक तो मौसम ठंडा हो गया है, जिस वजह से गेहूँ का दाना फूल जाएगा, उन्होंने बताया कि इस बारिश से गेहूं और सरसो की फसलों को नुकसान होने की संभावना है।
वही चौधरी राजपाल सिंह का कहना है कि बारिश और हवा दोनों होने से गेहूं गिर गए हैं। गेहूँ और सरसों की फसल तैयार खड़ी है। फसल गिरने से करीब 30 प्रतिशत का नुकसान होने की संभावना है। वेदखेड़ी निवासी रामजीलाल पुत्र अतर सिंह ने बताया कि उसके भी गेहूं की फसल गिर गई है उसके यहां भी 20 प्रतिशत फसल का नुकसान होने का अंदेशा है। यही इसी गांव में रमेश चंद की भी गेहूं की फसल गिर गई खबर लिखे जाने तक भी रुक-रुक कर बारिश चल रही है।
पटनी परतापुर के ग्राम प्रधान पति फूल कुमार, पुरमाफी किसान सेवा सहकारी समिति के नवनिर्वाचित चेयरमैन बीरमति के पुत्र अमित कुमार, भारत वीर सिंह उर्फ बबला आदि का कहना है कि अभी तक हुई इस बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं है। मगर हां यदि 2 दिन और इसी तरह बारिश और हवा रही तो गेहूँ व सरसों की फसलों में ज्यादा नुकसान होगा।
वही दरगाहपुर के युवा किसान गगन सरोहा का कहना है बेमौसम हो रही बारिश से गेहूं की फसलों को तो नुकसान पहुंचेगा ही दूसरी ओर तैयार खड़ी सरसों की फसल भी खराब हो सकती है यह बारिश किसान हित में नही है। धर्मेन्द्र सिंह, संवाददाता समझो भारत न्यूज, झिन्झाना
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