अरावली के यात्री ने की देसूरी के पहाड़ों की यात्रा


 देसूरी : अरावली पर्वतमाला की यात्रा कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता व लेखक भंवर मेघवंशी शुक्रवार को देसूरी पहुंचे। उन्होंने मुछाला महावीर मंदिर, घाणेराव के कीर्ति स्तम्भ, काणा में हसन वली की दरगाह, ढ़ालोप में रघुनाथ पीर की धूणी, आशापुरा माता मंदिर, नाड़ोल में अणछी बाई मंदिर, नारलाई के जैकल पहाड़ व देसूरी की नाल की यात्रा की। इस दौरान ढालोप में पीर बालकनाथ ने धूणी के बारे में जानकारियां प्रदान की। इस दौरान नारलाई के नारायण लाल ने जैकल पहाड़ के इतिहास के बारे में बताया। उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा के लेखक भंवर मेघवंशी अरावली पर्वतमाला की यात्रा कर रहे है। उन्होंने 5 फरवरी को गुजरात के ईडर से अरावली की यात्रा शुरू की।

उसके बाद सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ व चित्तौड़गढ़, होते हुए भीलवाड़ा पहुंचे, जहां भोजा जी का पायरा में यात्रा का पहला चरण समाप्त हुआ। दूसरे चरण की शुरूआत उदयपुर के गुंदाली से शुरू की। शुक्रवार को वे हल्दीघाटी, मोलेला, खमनोर होते हुए देसूरी पहुंचे। उन्होंने बताया कि वे 4 चरण में अरावली की यात्रा पूरी करेंगे, उनकी यह यात्रा 5 जून को दिल्ली के रायसिना हिल्स में समाप्त होगी। मेघवंशी ने बताया कि यह शैक्षणिक यात्रा है, जिसके माध्यम से वे प्राचीनतम अरावली पर्वत श्रृंखला में विद्यमान जल, जंगल, जीवन व जैव विविधता का अध्ययन कर रहे। इस दौरान कला, संस्कृति, इतिहास, धार्मिक व ऐतिहासिक स्थल आदि के बारे में जानकारियां हासिल कर रहे है। उन्होंने बताया कि अरावली संग्रहालय बनाने की भी योजना है, जिसमें यात्रा के दौरान मिल रही वस्तुएं संग्रहित की जाएगी। 1. ढ़ालोप में पीर बालकनाथ से चर्चा करते भंवर मेघवंशी                       देसूरी/ पाली : समझो भारत न्यूज डिजिटल चैनल नई दिल्ली से राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. के.एल.परमार की रिपोर्ट

@Samjho Bharat

8010884848

7599250450

No comments:

Post a Comment