नई दिल्ली. आम आदमी को त्योहार से पहले बड़ी राहत मिलते वाली है. केन्द्र सरकार ने त्योहारों से पहले खाने का तेल सस्ता करने के लिए बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने टैक्स घटाने का किया ऐलान किया है. बता दें कि पिछले कई महीनों से खाद्य तेल की कीमतों में तेजी है और दाम आसमान छू रहे हैं इसलिए दामो को काबू में कर आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है !!
सरकार ने सोया तेल और सूरजमुखी तेल की इंपोर्ट ड्यूटी को घटा दिया है. इसे 15 फीसदी से घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया है. इसका सीधा मतलब है कि विदेशों से खाने का तेल मंगाना सस्ता हो जाएगा. मौजूदा समय में एक साल में 60,000 से 70,000 करोड़ रुपये खर्च कर 1.5 करोड़ टन खाने का तेल विदेश से खरीदने पड़ते हैं.
क्योंकि घरेलू उत्पादन करीब 70-80 लाख टन है. जबकि देश को अपनी आबादी के लिए सालाना करीब 2.5 करोड़ टन खाने के तेल की जरूरत होती है !! भारत ने पिछले साल 72 लाख टन पाम ऑयल मलेशिया और इंडोनेशिया से आयात किया. 34 लाख टन सोया तेल का आयात ब्राजील और अर्जेंटीना से और 25 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात रूस और यूक्रेन से किया गया. भारत में मलेशिया और इंडोनीशिया दोनों ही देशों से पाम ऑयल का आयात किया जाता है
. मांग और आपूर्ति के इस गैप की वजह से घरेलू बाजार में दाम पर असर होता है !! अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर का कहना है कि सरकार चाहती तो जैसे आज आयात शुल्क में कटौती की है ऐसे ही इसे कभी भी वापस ले सकती थी लेकिन अवधि दिए जाने से कुछ वर्ग इसका गैर लाभ उठा सकते हैं
. शंकर ठक्कर ने आगे कहा सरकार का यह कदम आवश्यक था हमने काफी समय से इसके लिए सरकार से मांग की थी आज इस मांग को पूरा करने के लिए हम सरकार का आभार जताते हैं और स्वागत भी करते हैं
इससे विदेशों में उबल रहे बाजारों पर तो रोक नहीं लगेगी लेकिन घरेलू बाजारों पर असर जरूर से होगा !!
@Samjho Bharat News
8010884848
7599250450
No comments:
Post a Comment