आईपीएल कंपनी में शामली शुगर मिल मिलकर कर रहे हैं सब को गुमराह उपेंद्र चौधरी
आज आईपीएल कंपनी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रबंधक डॉ पुष्पेंद्र सोलंकी व शामली शुगर मिल अतिरिक्त महाप्रबंधक केपी सरोहा ने एक समाचार पत्र में खबर प्रकाशित कराकर किसानों को गुमराह करने का प्रयास किया है प्रकरण पोटाश के बैग में यूरिया निकलने का है जो कि उस दिन पूर्व ग्राम टीटोली के यशपाल किसान के यहां निकला था जिसकी खबर आने को समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई थी पहले तो मेरे प्रबंधक ने हाथ खड़े कर दिए थे कि उक्त प्रकरण से उनका कोई लेना देना नहीं है लेकिन समाचार पत्रों में छपी खबर से बौखला कर मिल प्रबंधन व कंपनी द्वारा सैंपल लिए जाने की नौटंकी की गई थी आज की खबर में एक बार फिर से किसानों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है नहीं तो लिया गया सैंपल किस कंपनी में गया और ना ही सैंपल की कोई रिपोर्ट प्रकाशित की गई और साथ ही साथ यह भी कह दिया कि किसान संतुष्ट है जबकि वास्तविक सच्चाई है कि किसान इससे संतुष्ट नहीं है और ना ही किसी तरह की कोई जांच रिपोर्ट दी गई और अमीर प्रबंधन एवं आईपीएल ही नहीं कृषि विभाग भी इस सब नौटंकी में शामिल है कृषि विभाग की छुट्टी भी साफ इशारा करती है कि उक्त प्रकरण में बहुत बड़ा लेनदेन चल रहा है क्योंकि इतनी बड़ी कंपनी और इतना बड़ा शुगर मिल के लिए अधिकारी कर्मचारियों को खरीदना को इतनी बड़ी बात नहीं इतने बड़े कमीशन खोरी का खेल जो चल रहा है यह कोई आम बात नहीं यदि समय रहते उपकरण पर उच्च अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया तो किसान इसके विरोध में धरना प्रदर्शन भी करेंगे लेकिन किसान सरकार द्वारा घोषित लोग डाउन का सम्मान करते हुए और वर्तमान में चल रही महामारी किसी तरह की किसी तरह का कानून टूटे इस को ध्यान में रख रहे हैं अन्यथा अब तक में काफी दिन पहले धरना प्रदर्शन हो चुका होता उक्त प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए भारतीय किसान मजदूर सेना के अध्यक्ष वह कुंडू का उत्तर प्रदेश के चौधरी उपेंद्र चौधरी ने कहा कि किसानों को भ्रमित करना बंद करें कंपनी में मिल प्रबंधन अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहें निश्चित रूप से जल्द ही अपने रूपरेखा तैयार कर आंदोलन करने को विवश होना पड़ेगा किसानों को क्योंकि यह बात मात्र एक किसान कि नहीं यह इतने बड़े पैमाने पर घालमेल चल रहा है कि इसकी कल्पना करना भी आम लोगों के बस की बात नहीं और इस सब में कृषि विभाग भी शामिल है या यूं कहिए कि अधिकारियों की मिलीभगत के चलते चल रही है सभी नौटंकी इसलिए जल्दी नहीं होती इस पर कार्रवाई तो निश्चित रूप से होगा बड़ा आंदोलन और इस सब की जिम्मेदारी आईपीएल प्रबंधन मिल प्रबंधन के साथ-साथ कृषि विभाग एवं जिला के आला अधिकारियों की होगी क्योंकि यह सब मिलकर किसान को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं
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