मोबाइल दिया नहीं और ऐप डाउनलोड करने के लिए बना जा रहा है विभागीय अधिकारियों द्वारा दबाव मोबाइल एवं प्रतिमाह का रिचार्ज दिए बिना किसी भी आंगनवाड़ी पर बनाया गया दबाओ बर्दाश्त नहीं होगा बबीता चौधरी
उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश महामंत्री बबीता चौधरी ने आज जिला अध्यक्षों की बैठक ऑनलाइन की जिसमें उन्होंने विभाग पर मोबाइल न देने और ऐप डाउनलोड करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए सभी जिला अध्यक्षों से विचार विमर्श किया आपको बता दें कि करीब 1 साल पूर्व कई जिलों में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को मोबाइल फोन वितरित किए गए थे लेकिन अनेकों जनपद में आज तक भी मोबाइल आंगनवाड़ी को उपलब्ध नहीं कराया गया और उन सभी पर ऑनलाइन रिपोर्टिंग एवं ऐप डाउनलोड करने का दबाव बनाया जा रहा है जैसे तैसे आंगनवाड़ी अब तक कर भी रही थी कोई परिवार के मोबाइल से कोई अपने मोबाइल से दो कोई बच्चों के मोबाइल से कोई बच्चों के पिता के मोबाइल से लेकिन अब ऐप डाउनलोड करना और हर वक्त
मोबाइल अपने पास रखना आंगनबाड़ियों के लिए मुसीबत बनता जा रहा हैं जी इसी संदर्भ में आज उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की बैठक का आयोजन किया गया बैठक में निदेशक को पत्र भेजकर सभी जनपदों में मोबाइल उपलब्ध कराने तथा जिन जनपदों में पूर्व में दिए गए थे फिर भी घटिया स्थिति खराब हो चुके हैं इसलिए जनपदों में उपलब्ध कराएं उसके बाद ही आंगनवाड़ी पर दबाव बनाया जाए कि वह ऑनलाइन रिपोर्टिंग करें और ऐप डाउनलोड करें अन्यथा जब तक उनको मोबाइल नहीं दिया जाता केवल एक सहयोग के बीच में जो आंगनवाडी कार्यकत्री ऑनलाइन रिपोर्टिंग कर सकती है और ऐप डाउनलोड कर सकती है जो मोबाइल रखने में सक्षम है वह काम करें और जो मोबाइल रखने में सक्षम नहीं वह काम नहीं करेगी इस पर किसी भी तरह का किसी भी अधिकारी कर्मचारी का दबाव स्वीकार नहीं होगा यदि ऐसा कोई अधिकारी या कर्मचारी करता है तो उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ उस को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए मजबूर होगा यह आप सभी लोग भली-भांति जानते हैं कि उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ किसी भी तरह के शोषण को बर्दाश्त नहीं करता और ना ही करेगा इसलिए सभी जिला अध्यक्षों को आज दिशा निर्देश दिए गए कि यदि किसी एक भी ऐसी है आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को किसी भी विभाग अधिकारी या कर्मचारी द्वारा प्रताड़ित किया जाता है तो उनकी सूची तैयार कर उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ को भेजिए निश्चित रूप से अधिकारी एवं कर्मचारियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा मीटिंग में लगभग 62 जिलों में वर्तमान में उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की इकाई है जिसमें से लगभग 40 जिला अध्यक्षों ने बैठक में भाग लिया आप इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो जिला अध्यक्ष ऑनलाइन बैठक करने में भी सक्षम नहीं अब आम आंगनवाड़ी वर्कर किस तरीके से मोबाइल से ऑनलाइन फीडिंग एवं ऐप डाउनलोड एवं सारे कार्य करेंगे आपको ज्ञात होगा कि 10 परसेंट सहायिकाओं को भी आंगनबाड़ियों के चार्ज दिए गए हैं तो अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरीके से व्यवसाय का आंगनवाड़ी कार्य करने में सक्षम होगी इसलिए विभाग आंगनवाड़ी एवं सहायिकाओं को मोबाइल एवं रिचार्ज की प्रति महीना व्यवस्था करें उसके बाद ही उनको रिपोर्टिंग के लिए बाध्य करें अन्यथा आंदोलन करने के लिए विभाग उक्त में निकली जानकारी ईमेल के माध्यम से विभाग को दी गई है। यदि विभाग नहीं चेता और किसी आंगनवाडी पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई करता है इसके लिए विभाग खुद ही जिम्मेदार होगा !
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Dahi bat h
ReplyDeleteSahi bat h
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